भोपाल, जून 2015/ केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने रायसेन जिले के तामोट ग्राम में प्लास्टिक पार्क का शिलान्यास करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के जबलपुर और झाबुआ में उर्वरक कारखाने स्थापित किये जायेंगे। इन कारखानों में 26 लाख टन यूरिया खाद का उत्पादन होगा, जिसकी लागत 11 हजार करोड़ रुपये होगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि प्लास्टिक पार्क के शुरू होने से औद्योगिक क्षेत्र की प्लास्टिक उत्पाद की माँग पूरी होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगले वर्षों में प्रदेश में डेढ़ लाख लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया करवाये जायेंगे। समारोह में गृह मंत्री बाबूलाल गौर, वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार, राजस्व मंत्री रामपाल सिंह, वाणिज्य और उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया तथा पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा उपस्थित थे।
श्री अनंत कुमार ने कहा कि तामोट ग्राम में प्लास्टिक पार्क के शुरू होने पर 775 करोड़ लागत की प्लास्टिक इकाइयाँ स्थापित होंगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उपयोग होने वाले लगभग 4 करोड़ टन बारदाना का उत्पादन भी यहाँ हो सकेगा। कृषि उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश को 3 बार मिले कृषि कर्मण पुरस्कार का जिक्र करते हुए कहा कि यह प्रगति वर्तमान नेतृत्व की इच्छा-शक्ति और किसानों के सक्रिय योगदान से संभव हुई है। प्रदेश में लगभग 25 लाख मीट्रिक टन यूरिया और अन्य रासायनिक उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण कर दिया गया है, ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि देश में जिन 4 राज्य में रासायनिक प्लास्टिक पार्क को मंजूरी मिली है, उनमें मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहाँ इसकी आधार-शिला रखी गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक पार्क की स्थापना से इस क्षेत्र की जनता को रोजगार के अवसर मिलेंगे और खेती एवं उद्योग की प्लास्टिक की आवश्यकता पूरी हो सकेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा 7.5 लाख से बढ़कर 36 लाख हेक्टेयर हो गया है। इसे वर्ष 2018 तक बढ़ाकर 50 लाख हेक्टेयर किया जायेगा।