भोपाल, अक्टूबर 2014/ राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर. परशुराम ने आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन के संबंध में मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक श्री सुरेन्द्र सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पुलिस महानिदेशक ने बताया कि चुनाव के दौरान प्रत्येक थाने में दो क्विक रिस्पांस टीम (क्यू.आर.टी.) मौजूद रहेंगी। कहीं पर भी घटना की सूचना मिलने पर यह टीम त्वरित कार्रवाई करेगी।
श्री परशुराम ने कहा कि प्रतिबंधात्मक कार्यवाही तत्परता से की जाये। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन नगर पालिका मुख्यालय के साथ ही आसपास की शराब की दुकानें भी बंद रखी जायें। इसी तरह पंचायत चुनाव के दौरान पूरे विकासखण्ड की शराब दुकान बंद रहें। श्री परशुराम ने आर्म्स जमा करवाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा विद्युत बकाया के देय प्रमाण-पत्र देने की कार्यवाही का हर स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। नगरीय निकाय के बकाया करों के अदेय प्रमाण-पत्र भी सुगमता से दिये जायें।
श्री परशुराम ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना निकाय मुख्यालय तथा पंचायत चुनाव की विकासखण्ड मुख्यालय पर होगी। पंच पद के लिये मतगणना मतदान-केन्द्र में ही होगी, लेकिन चंबल संभाग में यह मतगणना भी विकासखण्ड मुख्यालय पर होगी। उन्होंने बताया कि पंच-सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव चिन्ह अलग-अलग होने के साथ ही अलग रंग के भी होंगे। श्री परशुराम ने तहसीलदार और डिप्टी कलेक्टर के रिक्त पदों पर पद-स्थापना तथा 3 वर्ष से एक ही स्थान पर पदस्थ अधिकारियों के स्थानांतरण की बात भी कही।
बैठक में बताया गया कि डिप्टी एवं एडीशनल एस.पी. स्तर के अधिकारियों के स्थानांतरण की कार्यवाही 31 अक्टूबर तक पूर्ण कर ली जायेगी। पुलिस निरीक्षक एवं उप निरीक्षक स्तर का कोई भी अधिकारी 3 वर्ष से अधिक समय से एक ही जिले में पदस्थ नहीं है। पिछले विधानसभा निर्वाचन के दौरान पंजीबद्ध अपराधों में 75 तथा लोकसभा निर्वाचन के 32 प्रकरण में सजा हुई है।
मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित सभी अधिकारी ने आयोग परिसर में बने मतदान-केन्द्र में मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। श्री परशुराम ने विस्तार से मतदान प्रक्रिया के बारे में बताया।