भोपाल, अक्टूबर 2014/ ग्लोबल टेलेंट पूल बनाने का इन्वेटर्स समिट का निर्णय अस्तित्व में आ गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अप्रवासी टेलेंट के साथ मुख्यमंत्री निवास में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल टेलेंट पूल को संस्थागत स्वरूप दिया जायेगा। शीघ्र ही जनवरी माह में प्रदेश के ग्लोबल टेलेंट का भोपाल में सम्मेलन किया जायेगा। बैठक में दीपावली पर्व के अवसर पर भारत आई अप्रवासी भारतीय प्रतिभाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश को तेजी से बढ़ता संभावनाओं वाला प्रदेश बताया। उन्होंने कहा कि देश में डबल डिजिट विकास दर के साथ मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य है। राज्य ने कृषि में 24.99 प्रतिशत की वृद्धि दर का चमत्कार किया है। यह उच्च वृद्धि दर तब आयी है जब प्रदेश की विगत दो वर्ष से 20 प्रतिशत से अधिक की कृषि वृद्धि दर है।

उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्देश्यों और प्रतिफलों पर चर्चा करते हुए बताया कि भारतवर्ष में लगभग 45 लाख हेक्टेयर में जैविक खेती होती है। इसमें से अकेले मध्यप्रदेश में लगभग 28 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में जैविक खेती होती है। राज्‍य सरकार ने जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिये जैविक नीति बनायी है। हमारे राज्य में राज्य जैविक प्रमाणीकरण संस्था गठित है। किसान एवं किसान समूहों को जैविक प्रमाणीकरण के शुल्क में 50 प्रतिशत का छूट दी जा रही है। इसी प्रकार से जैविक खेती करने वाले किसानों को आदान की लागत का 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश के यू.एस.ए. के अटलांटा में रह रहे अनुपम पाठक, न्यू जर्सी में रह रहे शिवांशु खेरा और शांतनु मजूमदार, प्रिंसटोन में रहने वाले आशुतोष अग्रवाल, केलिफोर्निया में रहने वाले दीप शर्मा, अरूण शर्मा, यू.ए.ई दुबई में रहने वाले उदय उप्रीत, विनोद गुप्ता, सिडनी (आस्ट्रेलिया) में रह रहे गुंजन पगारे, सऊदी अरब में रहने वाले राजेश अरोड़ा और सुशील अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

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