भोपाल, मार्च 2015/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीद पर किसानों को राज्य शासन द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता को किस रूप में दिया जाय, इस पर विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री आज रायसेन जिले के बरेली में अखिल भारतीय किरार समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सबकी सेवा और सबके साथ मिलकर विकास के लिये उनकी सरकार समर्पित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर आज देश में सर्वाधिक 10 प्रतिशत है और विकास में हम देश में अव्वल हैं। उन्होंने कहा कि कृषि में भी प्रदेश ने सर्वाधिक 24.99 प्रतिशत विकास दर हासिल की है, जो दुनिया में सर्वाधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा वे किसानों की दिक्कतों को समझते हैं, इसीलिए खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये अनेक योजनाएँ लागू की गई हैं। उन्होंने गरीबों के लिये एक रुपये किलो गेहूँ और चावल दिये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार गरीबों का जीवन-स्तर उठाने के लिये कृत-संकल्पित है।

मुख्यमंत्री ने युवा स्व-रोजगार और उच्च शिक्षा ऋण जैसी योजनाओं से समाज में बदलाव की संभावना जताई। उन्होंने लोगों से कहा कि बेटियों को बेटों से कम नहीं मानें। सरकार ने बेटियों के जन्म से लेकर उनके विवाह तक की विभिन्न योजनाएँ क्रियान्वित की हैं। श्री चौहान ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में हमने 50 फीसदी पद सुरक्षित किये हैं और यह संतोषप्रद है कि इन चुनाव में 59 फीसदी महिलाऍं निर्वाचित हुई हैं। मुख्यमंत्री ने जन-सामान्य से नशामुक्त समाज बनाने का आव्हान किया और कहा कि प्रदेश में पिछले 4 साल से शराब की एक भी नई दुकान नहीं खोली गई है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के विकास का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जब हम सत्ता में आये थे, तब प्रदेश का बजट 20 हजार करोड़ था, जो अब एक लाख 31 हजार करोड़ रुपये हो गया है।

 

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