भोपाल, जनवरी 2015/ राज्यपाल राम नरेश यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्य-तिथि पर गाँधी भवन में महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनिट का मौन रखा। सर्वधर्म प्रार्थना सभा में कहा कि महात्मा गाँधी द्वारा बिना हिंसा और हथियार के देश को स्वतंत्रता दिलवाना इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाता रहेगा। यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण और चकित कर देने वाली घटना है। महात्मा गाँधी सत्य, अहिंसा और शांति के पुजारी थे। उन्होंने असहयोग, अहिंसा तथा शांतिपूर्ण प्रतिकार को अंग्रेजों के खिलाफ़ शस्त्र के रूप में उपयोग किया।
श्री यादव ने कहा कि देश के युवाओं को महात्मा गाँधी के आदर्शों, विचारों और सिद्धांतों को अंगीकार कर सही ढंग और उच्च-स्तर पर प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। महात्मा गाँधी से प्रभावित होकर वर्ष 1918 में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किसानों के हित में आंदोलन का नेतृत्व किया। आंदोलन का कुशलता से नेतृत्व करने पर गाँधी जी ने वल्लभ भाई पटेल को ‘सरदार’ की उपाधि दी थी।
राज्यपाल ने गाँधी जी की पुण्य-तिथि के उपलक्ष्य में स्कूलों में सम्पन्न निबंध, वाद-विवाद आदि प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए। प्रार्थना सभा में गाँधी जी के भजनों की प्रस्तुति भी हुई। इस मौके पर गाँधी भवन न्यास के सचिव रामचन्द्र भार्गव, शिक्षक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। इससे पूर्व राज्यपाल ने पुरानी विधानसभा पहुँचकर गाँधी जी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।