मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गंभीर रोगों के उपचार के लिये प्रदेश के सभी जिलों में हर साल विशेष शिविर लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है।
श्री चौहान आज शहडोल जिले में नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर को संबोधित कर रहे थे। शिविर मध्यप्रदेश शासन, राजकृष्ण तन्खा फाउण्डेशन, मध्यप्रदेश फाउण्डेशन और रोटरी क्लब ने लगाया है। इस मौके पर आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, सांसद श्री दलपत सिंह परस्ते और जनजातीय आयोग के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मरावी उपस्थित थे।
श्री चौहान ने कहा कि मंदिर में जाकर पूजा और यज्ञ करने से जो पुण्य प्राप्त होता है, वहीं पुण्य दीन-दुखियों की सेवा करने से मिलता है। उन्होंने कहा कि बीमार लोगों की सेवा करना और उन्हें उचित उपचार उपलब्ध करवाना मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये ठोस कदम उठाये हैं।
उन्होंने बताया कि गंभीर ह्रदय रोग से पीड़ित, नेत्रहीन, मूक-बधिर बच्चों के उपचार के लिये सरकार सहायता दे रही है। गणतंत्र दिवस से सभी जिला चिकित्सालय में डायलिसिस मशीन की सुविधा उपलब्ध करवायी गयी है। केंसर और अन्य बीमारियों के उपचार के लिये मुख्यमंत्री बीमारी सहायता एवं मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना से आर्थिक सहायता दी जा रही है। सभी रोगियों को सरकारी अस्पतालों से नि:शुल्क दवाइयाँ मिल रही हैं।
श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि हर साल जिलों में लगने वाले विशेष शिविर में बीमार लोगों का इलाज किया जायेगा और अगर गंभीर बीमारी पायी जाती है, तो देश के प्रसिद्ध चिकित्सालयों में रोगियों का उपचार करवाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रयास में अगर सामाजिक संस्थाएँ जुड़ जायें, तो स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर परिणाम पाने के साथ ही हम स्वस्थ मध्यप्रदेश बनाने में सफल होंगे।
श्री चौहान ने मेगा नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाने में तन्खा फाउण्डेशन, मध्यप्रदेश फाउण्डेशन और रोटरी क्लब द्वारा दिये गये सहयोग की सराहना की। उन्होंने शिविर में नि:शुल्क सेवा देने के लिये ख्यातिलब्ध चिकित्सकों और पेरा-मेडिकल स्टॉफ की सराहना की।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश श्री दीपक वर्मा और पूर्व महाधिवक्ता श्री विवेक तन्खा ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने शिविर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया।