भोपाल, जनवरी 2015/ मकर संक्राति के पर्व पर उज्जैन में आज रामघाट क्षिप्रा तट पर नर्मदा का पानी पहुँचने पर पूजा-अर्चना कर चुनरी ओढ़ाई गई। लगभग 50 किलोमीटर सफर तय कर नर्मदा का पानी शिप्रा के रामघाट तक पहुँचा है। इस पानी का पेयजल के रूप में भी उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है। उज्जैन के समीप त्रिवेणी डेम पर पानी ओवर फ्लो हो रहा था। अब नर्मदा के पानी की मात्रा बढ़ जाने से क्षिप्रा नदी में लगातार साफ पानी प्रवाहित हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि नर्मदा का पानी एक दिसंबर 2014 से लगातार छोड़ा गया। अभी तक 340 एम.सी.एफ.टी. पानी छोड़ा जा चुका है। इससे शिप्रा नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है। अब क्षिप्रा में पानी का बहाव जैसा होना चाहिए वैसा हो गया है।

इस शुभ-प्रसंग पर रामघाट क्षिप्रा नदी में मकर संक्राति के पर्व पर स्नान करने आये श्रघ्दालुओं ने भी खुशी जाहिर कर नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि 29 नवम्बर 2012 को पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने इंदौर जिले के ग्राम उज्जैनी में नर्मदा-क्षिप्रा-सिंहस्थ लिंक परियोजना का भूमि-पूजन किया था। परियोजना 14 माह की रिकार्ड अवधि में पूरी हुई। श्री आडवाणी ने ही 25 फरवरी 2014 को परियोजना का लोकार्पण किया। परियोजना के जरिये आज रामघाट तक पानी पहुँचा।

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