भोपाल, अक्टूबर 2014/ अफ्रीकी देशों से दुनिया के अन्य देशों तक पहुँचने वाली इबोला बीमारी को लेकर केन्द्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से विस्तृत चर्चा की। केबिनेट सचिव एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्य को इबोला के प्रति सतर्क रहने और अफ्रीकी देशों से आने वाले यात्रियों पर निगाह रखने के निर्देश दिये हैं।
मध्यप्रदेश में पूर्व से इबोला के संबंध में सावधानी रखी जा रही है। केन्द्र सरकार के अधिकारियों को बताया गया कि मध्यप्रदेश में आवश्यक ऐहतियात बरती जा रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने यह भी जानकारी दी कि देश के सभी हवाई अड्डों पर यात्रियों में इबोला के लक्षण देखने के लिये आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध करवाये गये हैं।
संदिग्ध यात्री की जानकारी मिलने पर उनके भारत में प्रवेश को रोकने की कार्रवाई भी की जा रही है। इस सप्ताह इबोला से संबंधित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी नई दिल्ली में किया जा रहा है, जिसमें राज्यों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
इधर राजधानी भोपाल के अनेक इलाकों में स्वास्थ्य दल भ्रमण कर डेंगू रोग की रोकथाम के लिये सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। विगत डेढ़ माह से रोकथाम के लगतार प्रयास जारी हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम भोपाल ने समन्वय स्थापित कर अनेक वार्डों में डेंगू उत्पन्न करने वाले लार्वा को नष्ट करवाया है। शनिवार भी यह कार्रवाई जारी रही। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. पंकज शुक्ला ने जानकारी दी कि नगरीय क्षेत्र में स्वास्थ्य दल निरंतर भ्रमण कर रहे हैं। वरिष्ठ चिकित्सकों को भी इसमें दायित्व दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक दवाएँ देने का काम भी किया जा रहा है। डेंगू की जाँच के लिये रोगियों के नमूने भी लगातार लिए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने डेंगू के साथ ही अन्य मौसमी रोगों की जानकारी नियमित रूप से लेते हुए प्रतिवेदन तैयार करवाये हैं। प्रदेश के सभी जिलों को भी पूर्व में ही डेंगू और अन्य रोगों की रोकथाम के लिये विस्तृत निर्देश दिये जा चुके हैं।