भोपाल, फरवरी 2013/ नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने राज्य सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए सड़क,बिजली, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर शिवराज सरकार पर जमकर हमले किए। मुख्यमंत्री पर केन्द्र की योजनाओं का श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वाकई ‘एमपी अजब-गजब है।’ सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी है, 10-12 मंत्री जांच के दायरे में हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापन पर अजय सिंह ने कहा कि सरकार केन्द्र की योजनाओं का श्रेय खुद ले रही है। मुख्यमंत्री स्वयं को किसान पुत्र कहते नहीं थकते कृषि कर्मण पुरस्कार का ढिंढोरा पीटा जा रहा है यह किसान की मेहनत है। 90 हजार किमी सड़कें बनाने का दावा किया जा रहा लेकिन इसमें 45 हजार किमी सड़कें केन्द्र के पैसों से बनी लेकिन सरकार इसका जिक्र तक नहीं करती। कौशल विकास व मुफ्त दवा वितरण जैसी केन्द्र की अनेक योजनाओं को राज्य सरकार अपना बता रही है। इन्वेस्टर मीट में झूठी वाहवाही लूटी, विदेश यात्राएं की जा रही हैं। इंदौर में जेके इंडस्ट्रीज ने 63 एकड़ जमीन मॉल बनाने के नाम पर सस्ते में खरीदी और उस पर कालोनी बना दी।
अवैध खनन को बढ़ावा
अवैध उत्खनन करने वालों को सरकार खुद बढ़ावा दे रही है। बेरोजगार युवाओं को भुला दिया। सूचना तकनीकी के मामले में 2006 से अब तक मंत्रिपरिषद की बैठक तक नहीं की गई। व्यापम ने दो वर्षों में बेरोजगारों से 150 करोड़ रुपए की अवैध वसूली कर ली।
अफसरों के यहां निकल रहे करोड़ों
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, अफसरों के यहां करोड़ों की काली कमाई निकल रही है। वन विभाग का अफसर वीके सिंह 100 करोड़ का आसामी निकला। उसे विभागीय मंत्री का संरक्षण मिला है। लोकायुक्त यदि 10-12 मंत्रियों पर कार्रवाई की मंजूरी दे दे तो सब सामने आ जाएगा।