भोपाल, जून 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिये और उनके मुद्दे पर राजनीति से बचना चाहिये। वे देश के अन्नदाता हैं। उन्हें हर सहूलियत मिलना चाहिये। मध्यप्रदेश के विकास की कहानी पर टिप्पणी करते हुए श्री चौहान ने कहा कि इसकी शुरुआत आधारभूत अधोसंरचना निर्माण से हुई और आज आर्थिक वृद्धि दर लगातार दो अंकों में बनी है।
यहाँ एक निजी कार्यक्रम में श्री चौहान ने कहा कि सिचाई बढ़ाते हुए कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल हुई है। यदि खेती अच्छी होगी तो अर्थव्यवस्था भी टिकाऊ बनेगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी के दौर में भी खेती में प्रगति से प्रदेश की अर्थव्यवस्था अप्रभावित रही। जब खेती फायदे का धंधा बनेगी तो आत्महत्या जैसी घटनायें अपने आप रुकेंगी। बीज, खाद, पानी, बिजली, खेती की लागत में कमी, उपज के अच्छे दाम, बीज रिप्लेसमेंट की उच्च दर, भण्डारण क्षमता में बढ़ोत्तरी, ब्याज रहित कर्ज देने जैसे प्रयासों से प्रदेश की खेती में आशातीत वृद्धि हुई है।
श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र का भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान विरोधी नहीं है। वर्षों से किसानों की जमीनें औने-पौने दामों पर अधिगृहीत की जाती थीं। आज सही दिशा में कदम बढ़ा है। यदि सरकार अच्छा काम नहीं करती तो लोग नकार देते हैं। जनता से सीधा संवाद करने के कारण योजनाओं की कमियाँ पता चलती रहती हैं जिन्हें समय पर दूर कर लिया जाता है। इसलिये क्रियान्वयन में कोई समस्या नहीं आती।
किसानों की आर्थिक स्थिति के संबंध में कहा कि जब तक किसानों को बेहतर विकल्प नहीं मिलेंगे वे सूदखोरों के चक्कर में उलझते रहेंगे। मध्यप्रदेश में यह स्थिति लगभग समाप्त हो गई है। किसानों को बेहतर विकल्प देने के प्रयास हो रहे हैं। बिजली की स्थिति के सबंध में श्री चौहान ने कहा कि आज 14 हजार मेगावाट बिजली है जो राज्य की जरूरत से ज्यादा है। किसानों को पर्याप्त बिजली मिल रही है। अनाज भण्डारण की क्षमता कई गुना बढ़ी है। आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था अब अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है। रोजगार निर्माण का क्षेत्र खुल रहा है।
कृषि महोत्सव की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि किसानों को खेती के नये तौर-तरीके और तकनीक से परिचित करवाने का यह प्रयास है। यह फसल चक्र परिवर्तन के लिये किसानों को परामर्श देने की पहल भी है।
उद्योग क्षेत्र में बढ़ते निवेश की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि निवेश का बेहतर वातावरण प्रदेश में मौजूद है। भूमि बेंक बना है। मानव श्रम की हानि नहीं होती। केन्द्र सरकार पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य टीम इंडिया का हिस्सा बन गये हैं। हर राज्य को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उन्होंने केन्द्रीय करों में राज्यों का हिस्सा 42 प्रतिशत बढ़ाने को राज्यों के हित में एक बड़ा कदम बताया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खेती में नवाचार और प्रौद्योगिकी के रचनात्मक उपयोग से उपज बढ़ाने के लिये प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया। सम्मानित होने वाले किसानों में मानकुवर बाई, श्री सुरेश माधव बरखेड़ा भोपाल, श्री गंगाराम बघेल – भिंड, श्री मदनलाल कछवाहा नीमच, श्री कालू सिंह देवास, श्री कमल सिंह देवास, श्री गणेश सिंह यादव खरगोन, श्री राहुल सिंह खंडवा, श्री हुसैन्य काशीराम, श्री नारायण सिंह बाथम भिंड शामिल थे।