भोपाल, सितम्बर 2014/ जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि राज्य सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए जरूरी है कि किसानों को कृषि के संबंध में शिक्षित करने के साथ ही उनको उन्नत किसानी की सूचना तथा ज्ञान दिया जाए। किसान चैनल प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। श्री शुक्ल माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में प्रसार भारती तथा मेपकॉस्ट के सहयोग से ‘दूरदर्शन किसान चैनल’ : स्वरूप एवं संरचना’ विषयक संविमर्श पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
श्री शुक्ल ने कहा कि देश में पुरातनकाल से यह मान्यता है कि किसान खुशहाल होगा तो देश समृद्ध होगा। किसानों को समृद्ध करने के लिए खेती को लाभ का धन्धा बनाना होगा। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश को पिछले लगातार दो वर्ष से केन्द्र सरकार द्वारा ‘कृषि कर्मण’ पुरस्कार से नवाजा गया है।
कुलपति प्रोफेसर बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि कृषकों को लेकर शुरू किया जा रहा किसान चैनल एक सुखद अनुभव है। चैनल सही अर्थों में किसान का, उनके द्वारा संचालित चैनल होना चाहिए। ये लोक प्रसारक के रूप में संचालित होगा तभी सही अर्थों में यह उदेश्य पूर्ति में सहायक होगा। श्री कुठियाला ने बताया कि शीघ्र ही कृषि चैनल के संबंध में सुझाव लेने के लिए एक पोर्टल बनाया जायेगा।
दूरदर्शन के ए.डी.जी. मनोज पटेरिया ने भारत सरकार द्वारा प्रांरभ किए जा रहे किसान चैनल की रूपरेखा की जानकारी दी। बताया कि 24 घण्टे का चैनल किसान भाइयों को समर्पित होगा। इसकी विषय सामग्री हिन्दी के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं में भी होगी।