भोपाल, नवंबर 2012/ मध्यप्रदेश में उर्वरकों के अग्रिम भण्डारण का सीधा लाभ हुआ है। आज प्रदेश में कहीं भी उर्वरक की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने अगले खरीफ तथा रबी के लिये अभी से उर्वरक उठाव, संग्रहण और वितरण के प्रबंध करने के निर्देश दिये हैं। श्री यहाँ कृषि विभाग की त्रैमासिक समीक्षा कर रहे थे।

चौहान ने बैठक में कहा कि किसानों को लाभ देने वाली फसल तथा पद्धति के बारे में जागरूक करने का अभियान चलायें। विश्व में कृषि के संबंध में जहाँ भी क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं, उन्हें अपने प्रदेश की जलवायु और परिस्थिति के अनुसार परीक्षण कर लागू करवाये। कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित किसानों से मंत्री द्वय, मुख्य सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त आकस्मिक रूप से फोन कर जानकारी लें। कोदो-कुटकी उत्पादन वाले जिलों में किसानों के उत्पाद की ब्रांडिंग करें। दलहन के लिये बीजोपचार के विशेष प्रयास करें।

लाभान्वित किसानों को एस.एम.एस. से जानकारी

बैठक में बताया गया कि कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित किसानों की जानकारी वेबसाइट पर डाल दी गयी है। जिन किसानों को विभिन्न योजनाओं में अनुदान मिला है, उन्हें उनके मोबाइल पर एस.एम.एस.कर जानकारी दी जायेगी। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर अब तक 19 हजार क्विंटल मक्का खरीदा गया है। सोयाबीन की फसल की रिज एण्ड फेरो तथा धान की फसल की एस.आर.आई पद्धति से उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। बीजोपचार का कार्यक्रम इस बार 10 हजार ग्राम में लिया जा रहा है। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक खाद का वितरण हुआ है। प्रदेश में 313 विकासखण्ड में कृषि ज्ञान केन्द्र स्थापित किये जायेंगे।

रबी में 140 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान

बताया गया कि इस वर्ष रबी में 114 लाख हेक्टेयर में बोनी की गयी है, जो एक कीर्तिमान है। इस बार किसानों को सिंचाई के लिये सतत 10 घंटे प्रतिदिन बिजली मिलती रही, जिससे गत वर्ष की तुलना में सिंचाई का रकबा 4 लाख हेक्टेयर अधिक बढ़ा। इस बार रबी में 147 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है।

गेहूँ की बोनी प्रजाति पर 100 रूपये क्विंटल का अनुदान

बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य शासन 10 वर्ष के अन्दर की गेहूँ की बोनी प्रजाति पर 100 रूपये प्रति क्विंटल अनुदान देगा। बैठक में बताया गया कि केन्द्रीय शासन ने गेहूँ की बोनी प्रजाति पर उत्पादन अनुदान नहीं दिया। यह अनुदान राज्य शासन द्वारा दिया जायेगा।

‘‘यंत्रदूत ग्राम’’ पुस्तिका का विमोचन

बैठक में श्री चौहान ने यंत्रदूत ग्राम पुस्तिका का विमोचन किया। कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में कृषि यंत्रों से संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी है।

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