भोपाल, मई 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को आपदा और प्रतिकूल परिस्थिति में जीवन यापन के लिये पर्याप्त राशि के लिये सरकार किसानोन्मुखी फसल बीमा योजना या किसान-कल्याण प्रकोष्ठ बनायेगी। मुख्यमंत्री देवास जिले के ग्राम कमलापुर में गेहूँ खरीदी केन्द्र का निरीक्षण करने के बाद किसानों की सभा सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान फसल बीमा योजना किसानों को अपेक्षित लाभ देने में सफल नहीं रही है। सरकार नयी फसल बीमा योजना बनाने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है, जिसके लिये बीमा कम्पनियों से बातचीत की जा रही है। अगर कोई बीमा कम्पनी इसके लिये राजी नहीं हुई, तो सरकार किसान-कल्याण प्रकोष्ठ बनायेगी। इसके जरिये प्राकृतिक आपदा से नष्ट होने वाली फसलों, अन्य किसी कारण से उत्पादन गिरने या अप्रत्याशित रूप से भाव गिरने की स्थिति में किसानों को सरकार पर्याप्त सहायता उपलब्ध करवायेगी। पिछले दिनों किसानों पर आयी आपदा के बाद किसानों को 2187 करोड़ की सहायता उपलब्ध करवायी गई।
श्री चौहान ने कहा कि इस बार सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है, जिससे किसानों को गेहूँ खरीदी केन्द्र में रात न बिताना पड़े। उनका गेहूँ जिस दिन वे केन्द्र पर लायेंगे, उसी दिन खरीदा जायेगा और 7 दिवस में उसका भुगतान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को बोनस देने की जगह अब खाद-बीज के ऋण के रूप में दी गई राशि में से कुछ राशि किसानों को देने पर विचार कर रही है। योजना को शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जायेगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अगली फसल के लिये खाद-बीज का अग्रिम भण्डारण करें ताकि उन्हें बाद में कोई परेशानी न हो। उन्होंने स्पष्ट किया अग्रिम भण्डारण करने पर सरकार 3 माह का ब्याज किसानों से नहीं लेगी।
श्री चौहान ने ग्राम कमलापुर के गेहूँ खरीदी केन्द्र का निरीक्षण कर किसानों से चर्चा की। उन्होंने गेहूँ बेचने आये कुछ किसानों से चर्चा भी की और व्यवस्थाओं की जानकारी ली, जिसे किसानों ने संतोषप्रद बतलाया।