भोपाल, अगस्त 2014/ लगता है कांग्रेस भी अब अपनी छवि को धार्मिक रंग चढ़ाकर बदलने में लग गई है। पिछले कई सालों से छद्म धर्मनिरपेक्षता और एक विशेष समुदाय के तुष्टिकरण जैसे आरोप झेल रही मध्यप्रदेश कांग्रेस ने देश में हिन्दुत्व को लेकर चल रही बहस के बीच पहली बार अपने प्रदेश कार्यालय में गणेश प्रतिमा की स्थापना कर गणेशोत्सव बड़े पैमाने पर और धूम-धाम से मनाने का फैसला किया गया है। इसी के तहत न सिर्फ भोपाल स्थिति पार्टी मुख्यालय में बल्कि जिला कांग्रेस कार्यालयों में भी गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। प्रदेश महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने सभी जिला अध्यक्षों को गणेश प्रतिमा स्थापना के निर्देश दिए हैं।
अब तक कांग्रेस आमतौर पर इस तरह के धार्मिक कार्यक्रमों से खुद को दूर रखती आई है। पार्टी स्तर से ऐसा कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता, जिससे धर्मनिरपेक्ष छवि प्रभावित हो। लेकिन इस बार यह आयोजन घोषित रूप से किया जा रहा है।
पार्टी के कई नेता दबी जुबान से ये बात स्वीकार करते हैं कि एक पक्ष विशेष की ओर झुकाव ज्यादा नजर आने की वजह से बड़ा तबका दूर हुआ है। संभवत: इस छवि को तोड़ने के लिए सभी धार्मिक कार्यक्रमों को मनाने का फैसला किया गया है। इसकी शुरुआत गणेश उत्सव से की जा रही है।
हालांकि प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा का कहना है कि ‘इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। लक्ष्मीपूजन और गणेश पूजन लगातार होता है। पार्टी का यह कदम सांप्रदायिक सद्भाव की दिशा में पहल के रूप में ही देखा जाना चाहिए।‘