भोपाल, जुलाई 2015/ राज्य शासन ने सभी कलेक्टर को जिलों में नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकों के वितरण की समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर से कहा गया है कि वे जिले के विकासखण्डों, जन शिक्षा केन्द्र/शाला में शेष बची पुस्तकों का आवश्यकता के अनुसार अन्य शालाओं, विकासखण्ड में पुनर्वितरण करवाए। इसके बाद भी पुस्तकों की माँग हो तो तत्काल निर्धारित प्रपत्रों में माँग-पत्र भिजवाए।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ‘स्कूल चलें हम’ अभियान की समीक्षा के दौरान दिये गये निर्देशों का जिक्र करते हुए समस्त शासकीय शालाओं में दर्ज बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकों का वितरण सुनिश्चित करवाने को कहा गया है। साथ ही यह भी देखा जायेगा कि सभी बच्चों को उनसे संबंधित पुस्तकें प्राप्त हो गई हैं।
उल्लेखनीय है कि शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, शालाओं, पंजीकृत मदरसों एवं संस्कृत बोर्ड से पंजीकृत शालाओं में कक्षा एक से आठवीं के विद्यार्थियों को वितरण के लिए विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्रों में पाठ्यपुस्तक भेजी जा चुकी हैं। पुस्तकों का वितरण जून में स्कूल खुलने के दौरान कर दिया गया है।