मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कर्ज देकर जबरन मजदूरी करवाने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। उन्हें जेल भेजा जायेगा। उन्होंने कहा है कि वे स्वंय शिवपुरी से श्योपुर तक के सहरियां अंचल का भ्रमण करेंगे। सहरिया बंधुओं के साथ चर्चा कर उनके विकास और कल्याण की योजना बनवायेंगे। श्री चौहान आज यहां नीलम पार्क में बंधुआ मुक्ति मोर्चा के तत्वावधान में एकत्रित श्रमिकों के साथ चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कर्ज के बदले जबरन मजदूरी करने वालों को तत्काल प्रभाव से मजदूरी के बंधन से मुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक इस कार्य की व्यक्तिगत जवाबदारी के साथ निगरानी करेंगे। कर्ज के आधार पर जबरन मजदूरी करवाने वालों को जेल भेजेंगे। उन्होंने ने बताया कि उनके विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री कोमल सिंह जबरन मजदूरी और गरीबों के कल्याण के लिये संचालित अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत की समीक्षा के लिये प्रदेश का भ्रमण करेंगे। उन्होंने बताया कि कलेक्टर जबरन मजदूरों के रोजगार और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसकी निगरानी वरिष्ठ संभागीय अधिकारी द्वारा की जायेगी।
श्री चौहान ने उपस्थित सभी मजदूरों को मुख्यमत्री निवास में भोजन के लिये आमंत्रित किया और उन्हें उनके गांव तक छुड़वाने की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये हैं।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबी के विरुद्ध संघर्ष कर रही है। गरीब परिवारों को एक रूपये किलो गेहूँ, चावल और नमक उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्हें शासकीय चिकित्सालयों में नि:शुल्क उपचार, जांच और औषधियां दी जा रही हैं। बच्चों की शिक्षा के लिये छात्रवृत्ति नि:शुल्क पुस्तकें गणवेश आदि उपलब्ध कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब जिस भूमि पर रह रहे हैं। उन्हें कानून बनाकर उसका मालिक बनाया जायेगा। उनके लिये मकान बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं पता है कि मंदिर में पूजा-अर्चना से, व्रत-उपवास से, अथवा साधना-तपस्या से ईश्वर मिलते हैं अथवा नहीं लेकिन गरीब के आंखों से आँसू पोंछने वाले को उनकी आंखों में ईश्वर के दर्शन जरूर होते हैं।
इस अवसर पर स्वामी अग्निवेश ने मजदूरों की समस्याओं और जरूरतों की जानकारी दी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।