भोपाल 29 जून। खरीफ फसलों में बारिश के हानिकारक असर को कम करने के लिए 22 लाख 86 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रिज एण्ड फेरो पद्धति से खेती का लक्ष्य तय किया गया है।
खेतों में इस पद्धति को विकसित करने के लिए किसान उनके पास उपलब्ध सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, सीड ड्रिल में एक अटैचमेंट लगाकर रिज एण्ड फेरो का निर्माण कर सकते हैं। यह पद्धति धान को छोड़कर बाकी सभी खरीफ फसलों के लिए कारगर है। इसके लिए हरेक किसान को अधिकतम ढाई हजार रुपये का अनुदान देने की व्यवस्था है। इस अटेचमेंट के निर्माण के लिये 850 स्थानीय उद्यमियों का पंजीयन किया गया है। रिज एण्ड फेरो पद्धति अपनाने से फसलों के उत्पादन में सामान्य की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।