भोपाल, अक्टूबर 2014/ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान आज हुए कनाडा के कन्ट्री सेशन में वहाँ के ट्रेड कमिश्नर श्री मार्क सेल्वियन, श्री एलेन ओलीवर तथा श्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश के उद्यमियों के साथ कनाडा और मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं तथा सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। कनाडा के तीनों अधिकारी ने कहा कि भारत-कनाडा-मध्यप्रदेश के निवेश संबंधों को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वे अपने देश के उद्यमियों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिये प्रोत्साहित करेंगे।
श्री मार्क सेल्वियन ने अपने प्रजेन्टेशन में कनाडा और भारत में समानताओं को दर्शाते हुए कहा कि दोनों देश के बीच संबंध और मजबूत किये जाने की काफी संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा को खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, अधोसंरचना और ज्ञान-आधारित क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त है। उनका देश इन क्षेत्रों में मध्यप्रदेश के साथ मिलकर काम कर सकता है। श्री सेल्वियन ने मध्यप्रदेश के उद्यमियों को कनाडा में उद्योग एवं व्यवसाय के अवसरों की जानकारी देते हुए वहाँ की नीतियों, कराधान व्यवस्था आदि से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि कनाडा के वित्तीय संस्थान कॉफी कम ब्याज दर पर उद्यमों को सहायता देते हैं। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग तथा अन्य क्षेत्रों में मध्यप्रदेश के साथ सहयोग की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
कनाडा के ओनटेरियो के ट्रेड कमिश्नर श्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में हो रहे तीव्र विकास की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्यमों का जिस तरह से विकास हो रहा है, उससे मध्यप्रदेश के उद्यमियों को कनाडा में और कनाडा के उद्यमियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये सहायता मिलेगी।
क्यूबेक के ट्रेड कमिश्नर श्री एलेन ओलीवर ने मध्यप्रदेश में स्मार्ट सिटी के निर्माण में सहयोग की पेशकश की। उन्होंने कहा कि क्यूबेक में मेन्युफेक्चरिंग और हाईटेक उत्पादों पर फोकस किया गया है। उन्होंने मोन्ट्रेयल में चल रही विभिन्न विकास परियोजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि क्यूबेक द्वारा भारत और मध्यप्रदेश में अधोसंरचना तथा इंजीनियिरंग सेवाएँ दी जा सकती हैं। जल और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में उन्होंने अपने देश की विशेषज्ञता और मध्यप्रदेश में सहयोग की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत और मध्यप्रदेश के साथ व्यापार उनके देश के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। श्री ओलीवर ने ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, माइनिंग और कृषि उद्योग के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। डीआई/जीएनओएस के डायरेक्टर ने मधुमेह रोगियों की देखने की कम होती शक्ति को बढ़ाने की दिशा में उनकी संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। इस अवसर पर कनाडा में व्यवसाय कर रहे कुछ भारतीय उद्यमियों ने अपने अनुभव बताये।
चेक रिपब्लिक
चेक रिपब्लिक के कन्ट्री सेशन में वहाँ के डायरेक्टर टेक्निकल श्री जे.एम. लेगे (Lagey), श्री जारो स्लेविरा (Jaro Slavira), श्री मिलोस्लेव स्टेक (Miloslav Staek) और श्री जीरी जेनीकर (Jiri Janicker) ने उनके देश में औद्योगिक और व्यवसायिक गतिविधियों के बारे में मध्यप्रदेश के उद्यमियों को बताया।
श्री लेगे ने साइपाल (SAIPAL) कम्पनी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि स्कोडा ऑटो इण्डिया 7 साल से भारत में सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। यहाँ उनकी कम्पनी का अनुभव बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने स्कोडा इण्डिया की प्रॉडक्ट रेन्ज के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि भारत में स्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं और यह बात भारत के उज्जवल भविष्य के प्रति आशान्वित करती है। यहाँ पर जो सुधार की प्रक्रिया चल रही है उसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।
श्री जारो स्लेविरा ने स्कोडा पॉवर प्रायवेट लिमिटेड इन इंडिया की गतिविधियों की चर्चा करते हुए कहा कि उनका देश नवीनतम टर्बाइन टेक्नालॉजी के क्षेत्र में सहयोग कर सकता है। उन्होंने बताया कि स्कोडा पावर की 6 परियोजना भारत में क्रियान्वयन के विभिन्न चरण में है। चेक ट्रेड कम्पनी के श्री अश्वीर खुराना ने कहा कि उनकी संस्था भारत और चेक गणराज्य के बीच व्यापार को बढ़ावा देती है।