भोपाल, अप्रैल 2013/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के कर राजस्व में कमी करने के बावजूद प्रदेश ने अपना राजस्व संग्रहण ढांचे को मजबूत कर राजस्व बढ़ाया है। पिछले साल प्रदेश के हिस्से के करीब 800 करोड़ रूपयों की कटौती की गई थी। इस साल करीब 1000 करोड़ की कटौती संभावित है। श्री चौहान यहाँ अपने निवास पर एक मीडिया संस्थान द्वारा समाज को शिक्षा के क्षेत्र में दिशा देने वाले विशिष्ट व्यक्तियों के जीवन एवं योगदान पर प्रकाशित पुस्तक के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
चालीस पृष्ठों की इस पुस्तिका में शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ठ उपलब्धियां हासिल करने वाले और क्षेत्र विशेष को नेतृत्व देने वाले नामी व्यक्तित्व का वर्णन किया गया है। इनमें मुख्य रूप से डेली कॉलेज इन्दौर के प्रिसिंपल सुमेर सिंह, पटेल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की अध्यक्ष श्रीमती प्रीति पटेल, श्रीमती मेघा विजयवर्गीय, श्री संजीव अग्रवाल, श्री विशाल दीक्षित, श्री रोहित जैनेन्द्र जैन, श्री संजय खेमसरा, श्री बदाम सिंह यादव, डॉ. पंकज गुप्ता, श्री सुरेन्द्र मित्तल, श्री माधव गुप्ता, श्री सुरेश भदौरिया और श्री रवीन्द्र खण्डेलवाल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार की संभावनाओं को समाप्त करने के लिये व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाया गया है। इससे भ्रष्टाचार की संभावना पर नियंत्रण हुआ है। कौशल उन्नयन को उद्योग के साथ जोड़कर स्थानीय स्तर पर कौशल सम्पन्न जनशक्ति तैयार की जायेगी।