200216n4मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जल-महोत्सव हनुवंतिया में बोरियामाल टापू का सपत्नीक भ्रमण कर वहाँ पर्यटन सुविधाओं के विकास की संभावना पर पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर से हनुवंतिया और सिंगाजी तक जल-मार्ग तथा टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जाएगा। पर्यटन निगम के प्रबंध संचालक श्री हरिरंजन राव, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं वनसंरक्षक और अधिकारी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हनुवंतिया में पर्यटन संबंधी विकास कार्यों में स्थानीय ग्रामीणों को भी रोजगार देने का ध्यान रखा जाये। क्षेत्रीय ग्रामीणों को पास के आईटीआई में तकनीकी प्रशिक्षण दिलवाकर हनुवंतिया में ही पर्यटन निगम के कार्यों एवं अन्य संस्थाओं में रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा।

हॉट एयर बलून की सवारी की

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हनुवंतिया में सपत्नीक हॉट एयर बलून की सवारी का लुत्फ उठाया। उन्होंने वहाँ आने वाले पर्यटकों से हनुवंतिया में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। पर्यटकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से हाथ मिलाया और मुख्यमंत्री के साथ मोबाइल से सेल्फी भी ली।

टापुओं पर पर्यटकों के मनोरंजन के होंगे इंतजाम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगले पाँच साल में हनुवंतिया के आसपास इस तरह विकास कार्य किये जायेंगे कि इस क्षेत्र की तस्वीर ही बदल जायेगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आसपास के टापुओं पर भी पर्यटकों को सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि जो टापू वन विभाग के अधीन है उसे इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जायेगा। जो टापू पर्यटन विभाग के अधीन है वहाँ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हर टापू पर कुछ न कुछ विशेष व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि टापू पर पानी का पुराना जहाज रखवाकर पर्यटकों को आकर्षित किया जायेगा, तो किसी टापू पर झूले आदि की व्यवस्था कर पर्यटकों को लुभाया जायेगा।

विश्व का सबसे सुन्दर पर्यटक स्थल बनेगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हनुवंतिया विश्व का सबसे सुन्दर स्थल बने इसके लिए यहाँ भरपूर संभावनाएँ है। हनुवंतिया में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नर्मदा के बेकवाटर का अथाह जल, भरपूर वन एवं वन्य जीव उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ओंकारेश्वर से हनुवंतिया एवं सिंगाजी तक जल-मार्ग तथा टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जायेगा ताकि पर्यटक जब ज्योर्तिलिंग के दर्शन करने ओंकारेश्वर आये तो जल-मार्ग से हनुवंतिया एवं संत सिंगाजी की समाधि के दर्शन भी कर सकें।

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