भोपाल, नवम्बर 2014/ वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा है कि राधास्वामी पंथ सेवा एवं परोपकार का पर्याय है। यह ममत्व से भरी ऐसी संस्था है, जो अन्य स्वेच्छिक संगठनों को सेवा का प्रशिक्षण देकर मातृ-संस्था बन सकती है। हरदा जिले के राजाबरारी गाँव में पंथ द्वारा वनवासियों के कल्याण के लिये किये जा रहे कार्य सराहनीय हैं। वन मंत्री नर्मदा मंदिर परिसर में राधास्वामी संप्रदाय के सेवा-उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ कर रहे थे।
कार्यक्रम में गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष शिव कुमार चौबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनिल ओबेराय, कमिश्नर भोपाल एस.बी. सिंह, पूर्व महानिदेशक प्रशासन अकादमी माला श्रीवास्तव, पूर्व ए.सी.एस. ओ.पी. रावत भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में अजीत केप्रीदन ने राधास्वामी पंथ द्वारा सेवा एवं परोपकार के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। दयालबाग आगरा के प्रो. एस.पी. कौशिक ने दयालबाग एजुकेशन डीम्ड यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत करवाया। मध्यप्रदेश इकाई के सचिव सुरेन्द्र सिंह ने आभार माना।
इस अवसर पर पंथ की रुड़की, आगरा, खण्डवा, उज्जैन, राजाबरारी, अमृतसर, काकीनाड़ा एवं तिरुवेली की सेवा-इकाइयों द्वारा उत्पादित वस्तुओं के विक्रय के लिये प्रदर्शनी भी लगाई गई। नो-प्रॉफिट नो-लॉस पर आधारित लगभग पाँच लाख रुपये की इन वस्तुओं का विक्रय महज कुछ ही घंटों में हो गया।