भोपाल, दिसम्बर 2014/ मध्यप्रदेश में राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटना की स्थिति में शीघ्र सहायता उपलब्ध करवाने के लिये एक्सीडेंट रेस्पांस सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसका ट्रायल-रन शुरू हो गया है। राज्य में किसी भी मोबाइल अथवा लेण्डलाइन फोन से 1099 डॉयल कर तत्काल सूचना देने पर दुर्घटना-स्थल पर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध हो जायेगी।
अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित एक्सीडेंट रेस्पांस सिस्टम परियोजना लागू होने पर न केवल पीड़ितों को शीघ्र सहायता मिल सकेगी, बल्कि यातायात व्यवस्था शीघ्र ही पुन: प्रारंभ हो सकेगी। प्रमुख मार्गों पर स्थित टोल प्लाजा को संबद्ध करते हुए सड़क आपातकालीन सेवाओं को मूर्त रूप दिया जायेगा।
परियोजना के क्रियान्वयन के लिये मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अरेरा हिल्स स्थित मुख्यालय पर केन्द्रीयकृत कंट्रोल-केन्द्र स्थापित किया गया है। प्रदेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्यमार्गों तथा मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अंतर्गत आने वाले मुख्य जिला मार्गों पर यह परियोजना लागू की जायेगी। इन मार्गों की लम्बाई लगभग 20 हजार किलोमीटर है।
लगभग 11 करोड़ 50 लाख की इस परियोजना का क्रियान्वयन तीन चरण में किया जायेगा। सड़क विकास निगम द्वारा एक्सीडेंट रेस्पांस सिस्टम एवं ट्रॉफिक मेनेजमेंट सेंटर की स्थापना और उसके 5 साल तक परिचालन और रख-रखाव की योजना तैयार की गई है। कॉल-सेंटर के माध्यम से निकटतम जीपीएस युक्त एम्बुलेंस को दुर्घटना-स्थल तक पहुँचाया जायेगा।