भोपाल, दिसम्बर 2014/ ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने 14 दिसम्बर ‘‘ऊर्जा संरक्षण दिवस’’ के अवसर पर अपने संदेश में कहा है कि विकास की गति बढ़ाने के लिये विद्युत का संरक्षण और संवर्धन आवश्यक है। ऊर्जा की बचत, उसके उत्पादन से कम महत्वपूर्ण नहीं है। आम जन-मानस को ऊर्जा की बचत के लिये प्रेरित करना ही ऊर्जा उत्पादन है।

श्री शुक्ल ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि, उद्योगों के विकास और कृषि पद्धति के आधुनिकीकरण से ऊर्जा माँग में निरन्तर बढ़ोत्तरी हो रही है। ऊर्जा संरक्षण के जरिए ही विद्युत की माँग और आपूर्ति के अंतर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। प्रदेश में खपत के अनुरूप बिजली की उपलब्धता बनी रहे, ऐसे में हम सभी का फर्ज बनता है कि बिजली का सदुपयोग करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

मंत्री ने नागरिकों से बिजली का दुरुपयोग न करने तथा स्वीकृत भार के अनुरूप ही बिजली का उपयोग करने की अपेक्षा की है। ऊर्जा मंत्री ने विद्युत वितरण कम्पनियों के अधिकारी-कर्मचारियों को भी ‘’ऊर्जा संरक्षण’’  का बोध करवाते हुए कहा है कि वे न सिर्फ स्वयं बिजली की बचत के प्रति जागरूक रहें बल्कि उपभोक्ताओं को भी इसके लिये प्रेरित करते रहें।

इस बीच मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की ओर से जानकारी दी गई है कि कंपनी द्वारा 14 से 21 दिसम्बर की अवधि में समूचे भोपाल तथा ग्वालियर क्षेत्र में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान राजधानी भोपाल सहित सभी स्थान पर बिजली बचत के संदेश को प्रसारित करने वाले आयोजन होंगे।

भोपाल में 15 दिसम्बर को गोविन्दपुरा स्थित कंपनी मुख्यालय में प्रबंध संचालक विवेक पोरवाल द्वारा ऊर्जा संरक्षण संदेश का वाचन किया जाएगा। ऊर्जा संरक्षण संबंधी शपथ भी कार्मिकों द्वारा ग्रहण की जाएगी। इसी प्रकार कंपनी के कार्यक्षेत्र के सभी क्षेत्रीय, वृत्त, संभाग तथा विद्युत वितरण केन्द्रों पर कार्यालय प्रमुख द्वारा प्रबंध संचालक के ऊर्जा संरक्षण संदेश का वाचन किया जाएगा।

संप्ताह में ‘ऊर्जा संरक्षण और समाज’ विषय पर संगोष्ठी, स्कूली बच्चों की चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिताएँ भी होंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here