भोपाल, अक्टूबर 2014/ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा है कि उन्नत खेती मध्यप्रदेश के विकास का आधार है। अगर खेती से पैदावार बढ़ेगी तो प्रदेश का किसान खुशहाल होगा। किसान की खुशहाली से प्रदेश में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उन्नत खेती के माध्यम से खेती को लाभ का धंधा बनाने की तकनीक किसानों को बताने के उद्देश्य से कृषि महोत्सव का आयोजन किया गया है। श्री गुप्ता शहडोल में कृषि महोत्सव और तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का समापन कर रहे थे।
श्री गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश की पहली सरकार है, जिसने उन्नत खेती पर ध्यान दिया है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार किसान पंचायत बुलाई गई थी जिसमें किसान की उन्नति, प्रगति और समृद्धि के लिए कार्य-योजना बनाई गई। उन्होंने कहा कि पहले किसानों से ऋण पर 18 प्रतिशत की दर से ब्याज लिया जाता था। अब किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने जिले के किसानों से अपील की कि वे कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन की उन्नत तकनीक सीखें और कृषि को लाभ का धंधा बनायें।
सासंद दलपत सिंह परस्ते ने कहा कि कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसान कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बताए गए आधुनिक तरीकों से खेती करें। विधायक सर्वश्री जयसिंह मरावी, श्री रामपाल सिंह, श्रीमती प्रमिला सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमलेश नट एवं अन्य जन-प्रतिनिधि ने भी संबोधित किया।
कृषि महोत्सव के दौरान शहडोल जिले के लगभग 3 लाख किसान को खसरा और खतौनी की नकल दी गई। जिले के सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, मत्स्य-पालकों को मछुआ क्रेडिट कार्ड, 5000 किसान को ऋण-पुस्तिकाएँ तथा वनाधिकार-पत्र प्राप्त किसानों को विभिन्न योजना का लाभ दिलवाया गया।