भोपाल, सितम्बर 2014/ मध्यप्रदेश में खाद्यान्न उत्पादन में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण प्रदेश की भण्डारण क्षमता में भी वृद्धि की जा रही है। वर्ष 2014-15 में भण्डारण क्षमता बढ़कर 152 लाख मीट्रिक टन तक पहुँच जायेगी।

प्रदेश में वर्ष 2010-11 में भण्डारण क्षमता 79 लाख मीट्रिक टन थी, जो वर्ष 2013-14 में बढ़कर 115 लाख मीट्रिक टन हो गई। प्रदेश में भण्डारण क्षमता बढ़ाने के लिये निजी निवेशकों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लॉजीस्टिक्स कार्पोरेशन ने निजी वेयरहाउस मालिकों से गोदाम किराये पर लेने की गारंटी योजना की अवधि 4 माह से बढ़ाकर साढ़े चार माह की है।

प्रदेश में साइलो बेग के उपयोग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पहली बार खाद्यान्न की अत्याधिक भण्डारण सुविधा विकसित करने के लिये 10 जिले भोपाल, इंदौर, सीहोर, देवास, होशंगाबाद, रायसेन, उज्जैन, हरदा, विदिशा एवं सतना में 5 लाख मीट्रिक टन क्षमता के स्टील साइलो बेग स्थापित किये जा रहे हैं। प्रदेश में आगामी दो वर्ष में 60.75 लाख मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम एवं साइलो बेग के निर्माण किये जाने की योजना चल रही हैं।

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