भोपाल/ मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार के क्षेत्र में पूँजी निवेश बढ़ाने के उद्देश्य से अक्टूबर, 2012 में इंदौर में हुई इन्वेस्टर्स समिट के करारनामों पर तेजी से काम चल रहा है। समिट में कुल 1101 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। कुल 3 लाख 77हजार 678 करोड़ के इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से 20 लाख लोगों को रोजगार मिलना प्रस्तावित है। इन 1101 निवेश प्रस्ताव में 529 एमओयू, 335 एक्सप्रेशन ऑफ इन्टरेस्ट और 239 एग्रीमेंट शामिल हैं।
कुल 529 एमओयू में से 317 परियोजनाएँ क्रियान्वयन के विभिन्न चरण में हैं। कुल 3,565 करोड़ रुपये निवेश की42 परियोजना में काम शुरू हो चुका है। कुल 3,718 करोड़ रुपये की 74 परियोजना निर्माणाधीन हैं और 68 हजार 299करोड़ रुपये की 201 परियोजना में भूमि आवंटन हो चुका है। इन 370 परियोजना से 3 लाख 78 हजार से अधिक लोगोंको रोजगार मिलेगा।
पर्यटन के क्षेत्र में किये गये एमओयू में से ए.जी.-08 वेंचर्स लिमिटेड, भोपाल द्वारा भोपाल जिले की हुजूर तहसील के ग्राम फंदा में आकृति नेचर केयर प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। कुल 25 करोड़ के निवेश से इस परियोजना से 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। ए.जी.-08 वेंचर्स लिमिटेड, भोपाल द्वारा मड़ई, होशंगाबाद में 50 करोड़ लागत से होटल एण्ड रिसॉर्ट बनाने का एमओयू किया गया है। इसमें भूमि का नामांतरण हो चुका है। लगभग सभी अनुमतियाँ प्राप्त हो चुकी हैं। भोपाल में टी. एण्ड डी. प्रायवेट लिमिटेड, भोपाल द्वारा 5 सितारा होटल के निर्माण के लियेकिये गये एमओयू के क्रियान्वयन की दिशा में भूमि का नामांतरण हो चुका है। एम.पी. नगर भोपाल में होटल स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। बेसमेंट का निर्माण जारी है और कोर्टयार्ड मेरियट से टाई अप हो चुका है। इस होटल कीलागत 177 करोड़ से अधिक है। पर्यटन क्षेत्र की अन्य परियोजनाओं में भोपाल-इंदौर रोड पर स्थित ग्राम बकानिया औरमहेश्वर में होटल एण्ड रिसॉर्ट एम्यूजमेंट पार्क, इंदौर में होटल एण्ड रेस्टारेंट तथा बुधनी में रिसॉर्ट, कॉटेज आदि की परियोजनाओं का क्रियान्वयन विभिन्न चरण में है।
मेसर्स एस.ई.एल. मेन्युफेक्चरिंग लिमिटेड द्वारा महतवाड़ा, जिला सीहोर में स्पिनिंग मिल में जुलाई, 2014 मेंआंशिक उत्पादन शुरू होना संभावित है। कुल 7,200 के निवेश से स्थापित होने वाले इस मिल में 60 हजार लोगों को रोजगार मिलना प्रस्तावित है। बुधनी में मेसर्स वर्धमान टेक्सटाइल लिमिटेड के स्पिनिंग यार्ड एण्ड फेब्रिक प्रोडक्शनयूनिट में सितम्बर, 2014 तक उत्पादन संभावित है। मेसर्स ऑटोमोटिव एक्सेल लिमिटेड को बेतमा औद्योगिक क्षेत्र, इंदौर में ऑटो कम्पोनेंट प्लांट निर्माण के लिये 40 एकड़ शासकीय भूमि आवंटित की गई है। मेसर्स भारत गियर्स लिमिटेड को देवास में ऑटो कम्पोनेंट प्लांट के लिये 10 एकड़ शासकीय भूमि दी गई है। मेसर्स प्रोक्टर एण्ड गेम्बलहोम प्रोडक्ट्स के 640 करोड़ लागत के मण्डीदीप में स्थापित होने वाले हेयर शेम्पू प्लांट में जुलाई, 2014 तक उत्पादनसंभावित है। मेसर्स रेनबेक्सी लेबोरेट्रीज को मालनपुर, भिण्ड में फार्मा मेन्युफेक्चरिंग प्लांट के लिये 52 एकड़ शासकीय भूमि आवंटित की गई है। मेसर्स केडबरी इण्डिया लिमिटेड द्वारा मालनपुर भिण्ड में मेजर एक्सपेंशन प्रोजेक्ट प्लांट द्वाराजुलाई, 2013 तक उत्पादन शुरू होना संभावित है। इसी तरह जॉन डियर इण्डिया प्रायवेट लिमिटेड द्वारा ग्राम खाटम्बा, देवास में स्थापित की जा रही ट्रेक्टर, एग्रीकल्चर इक्युपमेंट मेन्युफेक्चरिंग एण्ड असेम्बली यूनिट द्वारा जुलाई, 2103 में उत्पादन शुरू किया जाना संभावित है।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा सेक्टर में 52 परियोजना में भूमि आवंटन की प्रक्रिया चल रही है। सूचना प्रौद्योगिकी सेक्टर में इन्फोसिस लिमिटेड, बैंगलुरु को 130 एकड़ शासकीय भूमि इंदौर में उपलब्ध हो चुकी है। भारत सरकार से एसईजेड संबंधी नोटिफिकेशन जारी हो गया है। खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में ओम एग्रो प्रोडक्ट्स, जबलपुर द्वारा जबलपुर में मशरूम ग्रोविंग एण्ड प्रोसेसिंग, मिल्क प्रोसेसिंग, खाद्य पदार्थ परियोजना में मशरूम का उत्पादन शुरू हो गया है। डेयरी प्रोडक्ट और खाद्य पदार्थों का उत्पादन शीघ्र शुरू हो जायेगा। खरगोन मेगा फूड पार्क प्रायवेट लिमिटेड द्वारा खरगोनके ग्राम पनवार में कोल्ड स्टोरेज प्रारंभ किया जा चुका है। शारदीय एग्रोटेक, इंदौर द्वारा भी खण्डवा रोड, इंदौर पर कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।
वेयर-हाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में मध्यप्रदेश वेयर-हाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन द्वारा प्रदेश के 40जिलों में 15 लाख मीट्रिक क्षमता के गोदाम स्थापित किये जाने हैं। इन गोदाम के लिये 136 आवेदन स्वीकृत किये गयेहैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में वैष्णव विद्यापीठ, इंदौर और महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, पुणे द्वारा निजी विश्वविद्यालय के गठन की प्रक्रिया जारी है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग
इसी तरह इस समिट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिये 113 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये थे। इनमें से 106 में जमीन आवंटित हो गई है,12 उद्योग ने उत्पादन शुरू कर दिया है, 48 में निर्माण कार्य शुरू हो गया है तथा 46 में निर्माण कार्य शुरू होने वाला है।