इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में 150 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त क्रिस्टल आई टी पार्क का लोकार्पण किया। पार्क को विशेष आर्थिक परिक्षेत्र (एसईझेड) का दर्जा प्राप्त है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रिस्टल आई टी पार्क का उच्च गुणवत्ता से निर्माण हमारा संकल्प था जो पूरा हुआ, एक सपना था जो साकार हुआ। हमारा प्रयास है कि इंदौर को आई टी के क्षेत्र में देश का सबसे बेहतर डेस्टिनेशन बनाया जाए। आई टी के क्षेत्र में आने वाले ढाई साल में एक लाख लोगों को रोजगार मुहैया करवाने का संकल्प है। आई टी में कम पूँजी निवेश से अधिक रोजगार प्राप्त होता है इसलिए इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ाया जायेगा। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि पार्क के पास की रिक्त जमीन भी आई टी निवेशकों को उपलब्ध करवाई जाये जिससे कि वे भवन निर्माण कर आई टी कंपनी स्थापित कर सके।
वाणिज्य, उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जहाँ आधारभूत संरचनाएँ होती हैं, वहीं विकास होता है। इंदौर और मध्यप्रदेश इसका बेहतर उदाहरण है। यहाँ सड़क, बिजली, पानी, इन्टरनेशनल एयरपोर्ट तथा उच्च गुणवत्ता की जीवनशैली है, शिक्षा का हब है। इसलिये तेजी से आई टी क्षेत्र तथा अन्य औद्योगिक इकाइयाँ प्रदेश में आ रही हैं। हमारा संकल्प है कि यहाँ आने वाले ढाई साल में एक लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाये।
इम्पेटस के चेयरमेन प्रवीण कांकरिया ने कहा कि आई टी पार्क इंदौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिये मील का पत्थर है। इस पार्क का पूरा होना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है।
उल्लेखनीय है कि भारत में इंदौर ही एकमात्र ऐसा शहर है, जहाँ पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आई.आई.एम.) एवं इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (आई.आई.टी.) जैसी शिक्षा जगत की प्रतिष्ठित दोनों संस्थाएँ कार्यरत हैं। इंदौर में आने वाले समय में आई.टी. क्षेत्र की देश की शीर्षस्थ टाटा कंसल्टिंग सर्विसेस (टी.सी.एस.) एवं इंफोसिस द्वारा भी कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा।