इंदौर, एजेंसीः नगर निगम के एक सब इंजीनियर को लोकायुक्त ने 12 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। चन्द्रकांत कुमावत नाम का यह सब इंजीनियर एक सड़क ठेकेदार से यह रिश्वत ले रहा था।
दरअसल, अभिषेक वाजयेपी नाम के सड़क ठेकेदार ने लोकायुक्त में शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था की नगर निगम के जोन क्रमांक छह में पदस्थ सब इंजीनियर चन्द्रकांत कुमावत उनके बिल पास कराने के एवज में 50 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है। वाजपेयी ने एक सड़क का निर्माण किया था जिसके लिए उन्हें नगर निगम से करीब साढ़े आठ लाख रूपया लेना था लेकिन कुमावत रिश्वत के बगैर बिल पास करने के लिए तैयार नहीं था।
इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने सुनियोजित तरीके से कुमावत को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धरदबोचा। कुमावत को भी संभवतः आशंका हो गई थी कि उसे ट्रेप किया जा सकता है। इस वजह से उसने अपने जोनल कार्यालय पर रिश्वत की राशि नहीं ली। उसने कालानी नगर स्थित अपने दोस्त के दफ्तर में ठेकेदार को रिश्वत के रूपए लेकर आने को कहा था। वहां जैसे ही ठेकेदार ने रिश्वत की पहली किस्त कें रूप में 12 हजार रूपए दिए लोकायुक्त की टीम ने कुमावत को धरदबोचा।
कुमावत के बारे में कहा जा रहा है कि उस पर पहले भी आर्थिक अनियमिताओं के मामले में जांच बैठाई गई थी। हालांकि पकड़े जाने के बाद सब इंजीनियर अपनी सफाई में यह तर्क दे रहा है कि वह जोनल अधिकारी के लिए रिश्वत की यह राशि ले रहा था।