भोपाल, दिसंबर 2012/ पंचम विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो-2012 में आज दूसरे दिन लाल परेड मैदान पर नागरिकों का सैलाब उमड़ पड़ा। यहाँ लगाये गये चिकित्सा शिविर में किडनी, जीर्ण व्याधि, त्वचा, श्वांस, नेत्र, मानसिक, संधि, स्त्री रोग सहित सौंदर्य चिकित्सा में लोगों की खासी रूचि रही। यहाँ लगाये गये 23 स्टाल में लगभग दो हजार से अधिक रोगियों ने अपना पंजीयन करवाया है। शिविर में देश के विभिन्न हिस्सों से आयुर्वेद चिकित्सक आये हुए हैं, जो रोगियों के उपचार के अलावा रोगों को परामर्श भी दे रहे हैं।
मानसिक रोग विशेषज्ञ वैद्य लक्ष्मीकान्त ने बताया कि एक्सपो में मुख्यतः मिर्गी, अवसाद तथा मतिबद्धता के रोगी आ रहे हैं। किडनी रोग विशेषज्ञ वेलणकर के अनुसार किडनी संबंधी क्रोनिक रीनल फेल्योर तथा किडनी स्टोन के रोगियों को उपचार दिया जा रहा है। जीर्ण व्याधि से संबंधित जोड़ों, कमर और रीढ़ की हड्डी के दर्द के रोगियों को उपचार दिया गया है। शिविर में मुख और स्तन कैंसर के मरीज भी बहुतायत में उपचार ले रहे हैं।
एक्सपो में भारतीय कम्पनियों एवं उनके उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिल रही है। एक्सपो में डाबर, झण्डू, बैद्यनाथ, हिमालय, धूतपापेश्वर, विंध्य हर्बल, मेहता फार्मेसी जैसी प्रतिष्ठित कम्पनियाँ भाग ले रही हैं। अनेक विदेशी प्रतिनिधियों द्वारा आयुर्वेदिक दवाओं की खरीदी की जा रही है। गौरतलब है कि एक्सपो के लिये एक लाख वर्गफीट का स्थान निर्धारित है जिसमें छोटी-बड़ी कम्पनियों के करीब 200 स्टाल लगाये गये हैं। इसमें मध्यप्रदेश के विभिन्न अंचलों में पाई जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।
कांग्रेस ने चरक संहिता विषय पर गुरू-शिष्य संवाद सत्र भी हुआ जिसमें विद्वानों ने चरक संहिता के महत्व को प्रतिपादित किया। विद्यार्थियों को संहिता के अध्ययन आदि की जानकारी दी गई। एक्सपो में ऐरोनॉटिकल सर्जरी की पूर्व कर्म और पाश्चात्य कर्म की भूमिका पर केन्द्रित पोस्टर प्रदर्शनी लगी है। पोस्टर प्रदर्शनी में दुग्ध आहार और मानव के स्वास्थ्य संबंधी पोस्टर लगाये गये हैं। यहाँ विभिन्न विषय पर मुख्य सत्र के अलावा समानांतर सत्र भी चल रहे हैं। चिकित्सा शिविर में अन्य गणमान्य जनों के अलावा विज्ञान भारती के सुरेश सोनी, राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे और विधायक विश्वास सारंग ने भी शिरकत की।