गृह मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि किसी भी आपदा को रोकने अथवा उसके प्रबंधन के लिए बेहतर ट्रेनिंग अत्यंत जरूरी है। श्री गौर
आज आपदा प्रबंध संस्थान के छात्रावास विस्तार भवन के शिलान्यास और भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में अपर
मुख्य सचिव गृह श्री बी.पी. सिंह और महानिदेशक होमगार्ड श्री मैथिलीशरण गुप्ता भी उपस्थित थे।
श्री गौर ने कहा कि आपदा प्रबंधन की जरूरत केवल उद्योग, कारखानों के लिए ही नहीं बल्कि अन्य अवसरों के लिए भी होती है। ऐसे में
प्रशिक्षित अमले की जरूरत पड़ती है। वर्ष 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय गैस रिसन
की संभावना की किसी को कल्पना नहीं थी। गैस त्रासदी से निपटने की यदि ट्रेनिंग हो जाती तो जन-हानि और दुष्प्रभाव से बचा जा
सकता था। उन्होंने कहा कि इसी माह शुरू हो रहे सिंहस्थ में भी सुरक्षा प्रबंधन की माकूल व्यवस्था करना होगी।
श्री गौर ने निर्देश दिये कि वे कारखानों की जाँच कर पता लगाये कि वहाँ आपदा प्रबंधन तथा प्राथमिक उपचार के पुख्ता इंतजाम है
अथवा नहीं। श्री गौर ने अवंतिका गैस, इंदौर के प्रतिनिधि को इमरजेंसी रिस्पांस एवं डिजास्टर मेनेजमेंट प्लान के प्रमाणीकरण का
प्रमाण-पत्र सौंपा। इसके पहले उन्होंने छात्रावास विस्तार भवन का भूमि-पूजन एवं शिलान्यास किया।
संस्थान के कार्यपालक संचालक श्री संजीव सिंह ने संस्थान की जानकारी देते हुए बताया कि इसके द्वारा प्राकृतिक एवं औद्योगिक आपदाओं
की रोकथाम और प्रशिक्षण, जन-जागृति कार्यक्रम, सूचनाओं का संकलन तथा शोध कार्य किया जा रहा है। श्री सिंह ने अतिथियों को
स्मृति-चिन्ह भेंट किये।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह श्रीमती सीमा शर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आपदा प्रबंधन श्री के. बाबूराव और संस्थान के
संचालक श्री राकेश दुबे मौजूद थे।