मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अनूपपुर में शबरी महाकुम्भ में कहा कि जो आदिवासी परिवार वर्षों से शहरी या ग्रामीण क्षेत्र में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, उन्हें उस जमीन का स्थायी आवासीय पट्टा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्थायी पट्टा देने के बाद आदिवासियों को शौचालययुक्त मकान बनाने के लिये ग्रामीण क्षेत्र में एक लाख और नगरीय क्षेत्र में ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान संकाय में अच्छे अंक लाने वाले जन-जातीय वर्ग के विद्यार्थियों को 50 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि शबरी माता भक्ति, तपस्या और धैर्य की प्रतिमूर्ति थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी जन-जातीय परिवार को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के दायरे में लाया गया है। इसमें गरीबी रेखा का बंधन समाप्त कर सभी को एक रुपये किलो की दर पर खाद्यान्न मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी वर्ग के पहली कक्षा से कॉलेज तक के सभी विद्यार्थी की फीस का खर्च सरकार उठायेगी। विद्यार्थियों को विदेश में शिक्षा दिलवाने के लिये भी सुविधाएँ दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित-जाति एवं जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिये छात्र-गृह योजना बनायी गयी है। योजना में विद्यार्थियों को छात्रावास में स्थान नहीं मिलने पर किराये का भवन लेकर रहने की सुविधा दी गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2 लाख 14 हजार वनवासी को वनाधिकार-पत्रों का वितरण कर दिया गया है। इस कार्य में मिली शिकायतों के निराकरण के लिये आज से प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी युवाओं को उद्योग लगाने के लिये प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार एवं युवा उद्यमी योजना में ऋण के भुगतान की गारंटी सरकार ले रही है। ऋण का 7 साल तक का ब्याज सरकार देगी तथा उत्पादों की मार्केटिंग एवं ब्राण्डिंग में भी मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जन-कल्याण यात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों का आकस्मिक भ्रमण करूँगा। योजनाओं की मौके पर ही समीक्षा करूँगा। उन्होंने कहा कि योजनाओं में अनियमितता पाये जाने पर जवाबदेह अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
प्रमुख घोषणाएँ
विज्ञान संकाय में अच्छे अंक लाने वाले जन-जातीय वर्ग के विद्यार्थियों को 50 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
अमरकंटक में शबरी माता की प्रतिमा स्थापित होगी।
मैहर में शबरी माता आश्रम बनेगा।
जिला अस्पताल भवन का निर्माण होगा।
तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर में पी.जी. कक्षाएँ शुरू होंगी।
हाई स्कूल का हायर सेकेण्डरी में उन्नयन होगा।
जिला मुख्यालय अनूपपुर के अधोसंरचना निर्माण के लिये 4 करोड़, नगर विकास के लिये एक करोड़ और नगर में दो सामुदायिक स्वच्छता परिसर के लिये 30 लाख रुपये मिलेंगे।
अनूपपुर में 1190 गरीब के आवास निर्माण के लिये 64 करोड़ रुपये देने की घोषणा।
शबरी माता के नाम से कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा।
सफल आदिवासी युवा उद्यमियों को 5 लाख रुपये का टंट्या भील पुरस्कार दिया जायेगा।
आदिवासी समाज के मान्य पूजा-स्थलों का जीर्णोद्धार करवाया जायेगा।
पशुपालन को लाभ का धंधा बनाने के लिये 5, 10 एवं 15 दुधारु पशुओं की यूनिट बनाकर हितग्राहियों को दी जायेगी।
महाकुम्भ में अनुसूचित-जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, सांसद श्री दलपत सिंह परस्ते और विधायक श्री रामलाल रौतेल ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कुँवर विजय शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रूपमती सिंह, विधायक श्री जयसिंह मरावी, श्रीमती प्रमिला सिंह, समाज-सेवी श्री भगवतशरण माथुर एवं श्री अजय प्रताप सिंह तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कन्या छात्रावास पहुँचे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनूपपुर में ही पोस्ट-मेट्रिक कन्या छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने छात्राओं से पढ़ाई तथा छात्रावास में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। श्री चौहान ने छात्राओं की माँग पर छात्रावास की बाउण्ड्री-वॉल बनवाने तथा फर्नीचर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने अपने छात्रावासी जीवन की यादें भी छात्राओं से साझा की।