नई दिल्ली मार्च 2013/ भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के आखिरी दिन पहला भाषण देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहुत जोरदार तरीके से अपनी सरकार के सुशासन और जनकल्याणकारी कामों को पार्टी के आलानेताओं के सामने रखा। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने नरेन्द्र मोदी और शिवराज दोनों की यह कहकर तारीफ की कि इनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की छाप दिखती है।
शिवराज ने अपने भाषण के दौरान हर वह काम गिनाया जो उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए किया है। खासतौर से उन्होंने बेटियों और महिलाओं के लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को जिक्र किया जिनमें लाड़ली लक्ष्मी प्रमुख है। उन्होंने गांव, गरीब और किसानों की बात की तो भांजियों, बेटियों, वृद्धों व युवाओं का भी जिक्र किया। हर उपलब्धि के जिक्र पर प्रतिनिधियों ने तालियां की गड़गड़ाहट से मुहर भी लगाई। शिवराज ने मध्यप्रदेश के सामाजिक विकास के मॉडल की खूबियां गिनाते हुए हर प्रतिनिधि का मन मोह लिया।
बीमारू का ठप्पा हटाया
शिवराज ने कहा-हम बीमारू ही नहीं थे, छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद तो हम कंगाल हो गए थे। उन दिनों प्रदेश की विकास दर एक से दो फीसदी थी। लेकिन इन विकट परिस्थितियों में हमने औसत 10.2 फीसदी की विकास दर हासिल की। पिछले साल तो विकास की दर 11.2 फीसदी रही। जब हमने कृषि विकास की दर 18 फीसदी तक पहुंचाई तो हमारे केंद्रीय नेता इस पर यकीन नहीं करते थे। उन्हें तब भरोसा हुआ जब स्वामीनाथन आयोग ने हमारे कृषि विकास को सराहा। हमने नर्मदा के पानी को क्षिप्रा से मिलाने की शुरुआत की है। 2013 के अंत तक हम इसे पूरा कर लेंगे। मई के अंत तक प्रदेश के 53 हजार गांवों में 24 घंटे हम बिजली उपलब्ध करा देंगे। लघु उद्योगों के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करना है। हम उनके लोन की बैंक गारंटी देंगे।
आडवाणी भी मुरीद हुए
आडवाणी ने मोदी के साथ-साथ शिवराज की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा- शिवराज ने जिस तरीके से अपनी बातें रखी, उसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम होगा। मुझे तो दोनों के भाषणों में 1980 के अटलजी की छाप दिखती है।
सुषमा ने कहा- मध्यप्रदेश में हैट्रिक बनाएंगे
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व विदिशा से सांसद सुषमा स्वराज ने कहा कि गुजरात ने साबित कर दिया है कि राजसत्ता अच्छा शासन दे तो जनता उसे बार-बार मौका देती है। इस कतार में हमारे दो राज्य मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ खड़े हैं। शिवराज के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में और रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अच्छा काम हो रहा है। उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा- अच्छी सरकार चलाओ और बार-बार आओ।