मध्यप्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अभी तक यह तय नहीं कर पा रहा है कि वह शिवराज सरकार को किस तरह घेरे। कांग्रेस ने पिछले दिनों कई बार योजनाएं बनाई लेकिन हर बार उसे निराश ही होना पड़ा है। हाल ही में पार्टी के प्रभारी बी के हरिप्रसाद भोपाल आए और उन्होंने 4 अक्टूबर को प्रस्तावित मुख्यमंत्री निवास के घेराव को लेकर पार्टी के जिला पदाधिकारियों की बैठक ली। मुद्दा तो पार्टी पदाधिकारियों को इस आंदोलन के लिए तैयार करना था लेकिन हर बार की तरह कांग्रेस की सुई अपने घर पर ही आकर अटक गई। हरिप्रसाद ने तीखे लहजे में जिला अध्यक्षों से कहा- यदि इस बार प्रदर्शन में लोग नहीं जुटे तो पूरे घर के बदल डालूंगा। यानी कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों से राजनीतिक कर्म भी कांग्रसे को धमकी देकर करवाना पड़ रहा है।