भोपाल, नवम्बर 2014/ आईटीआई की परीक्षा समय पर करवायें तथा रिजल्ट हर हाल में एक माह में दें। आईटीआई के आधुनिकीकरण की योजना बनायें। तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह निर्देश मध्यप्रदेश व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक मण्डल की बैठक में दिये।

श्री गुप्ता ने कहा कि मण्डल की बैठक नियमित रूप से हर तीन माह में करें। स्किल समिट हर दो साल में करें। वीटीपी निरीक्षण करने के बाद ही नवीनीकरण किया जाये। उन्होंने वीटीपी में ट्रेनिंग लेने वाले बच्चों का आधार कार्ड बनवाया जाए। आईटीआई एवं वीटीपी के निरीक्षण के लिये विशेषज्ञों का एक पेनल बनाया जाये। कौशल विकास विभाग से संबंधी एक पोर्टल बनाया जाये, जिस पर सभी इण्डस्ट्री अपनी वेकेन्सी एवं आवश्यक ट्रेड की जानकारी अपलोड करवायें। इससे इण्डस्ट्री की डिमाण्ड के आधार पर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सकेगी।

बैठक में परिषद के लिये स्वीकृत पद अतिरिक्त संचालक, संयुक्त संचालक एवं उप संचालक का पद नाम क्रमश: अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी, संयुक्त कार्यपालन अधिकारी और उप कार्यपालन अधिकारी किये जाने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। श्री गुप्ता ने कहा कि पदनाम बदले तो काम का तरीका भी कार्पोरेट ऑफिस की तरह होना चाहिए।

श्री गुप्ता ने कहा कोई अधिकारी अगर किसी योजना के संबंध में विदेश भ्रमण करता है, तो उससे इस संबंध में पूरी रिपोर्ट ली जाये। उन्होंने कहा कि राज्य कौशल विकास मिशन में शामिल अन्य 24 विभाग से उनके द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी नियमित रूप से ली जाये। इस कार्य के लिये पृथक से एक अधिकारी की नियुक्ति की जाये।

बैठक में प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा संजय सिंह, संचालक कौशल विकास एम.सिबि चक्रवर्ती और संचालक मण्डल के सदस्य उपस्थित थे।

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