भोपाल, दिसम्बर 2015/ श्रम मंत्री अंतर सिंह आर्य की अध्यक्षता में विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि केन्द्र शासन द्वारा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये भी ईएसआई अस्पताल खोलने का निर्णय लिया गया है, जिसका लाभ प्रदेश के श्रमिकों को भी मिलेगा। छिन्दवाड़ा जिले के गोरेगाँव, पाण्ढुर्ना तथा सौंसर, दमोह, खरगोन जिले के निमरानी, सीधी जिले के सिंगरौली और सागर जिले के बीना में कर्मचारी राज्य बीमा की डिस्पेंसरी खोलने की कार्यवाही जारी है।
योजना लागू होने से इन इलाकों के 16 हजार 648 श्रमिक एवं उनके परिजन को चिकित्सा लाभ मिलेगा। बीमा अस्पतालों में चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये 28 से 31 दिसम्बर तक भर्ती होगी। बैठक में समिति के सदस्य विधायक श्री चंपालाल देवड़ा और श्रमायुक्त श्री के.सी. गुप्ता भी मौजूद थे।
श्री आर्य ने बताया कि प्रदेश में अब तक 28 लाख से अधिक निर्माण श्रमिक को 503 करोड़ 73 लाख रुपये के हित-लाभ वितरित किये जा चुके हैं। न्यूनतम वेतन अधिनियम में पहली बार उच्च कुशल श्रमिक श्रेणी को भी शामिल किया गया है। देश में पहली बार निर्माण श्रमिकों के बच्चों के लिये प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में श्रमोदय विद्यालय बनाये जा रहे हैं। भोपाल में श्रमोदय विद्यालय भवन का निर्माण शुरू हो चुका है। इंदौर में टेण्डर और ग्वालियर में प्रशासकीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। हर विद्यालय की निर्माण लागत लगभग 50 करोड़ होगी।