भोपाल, अगस्त 2014/ मध्यप्रदेश के 5 जिले में एक अगस्त से दस्तावेजों की ऑनलाइन रजिस्ट्री के लिये ई-पंजीयन की पायलट परियोजना लागू हो गई है। यह जिले हैं अनूपुपर, बालाघाट, टीकमगढ़, सीहोर और उज्जैन। पहले दिन अनूपुपर में 14, टीकमगढ़ और सीहोर में 3-3 तथा उज्जैन में 5 सर्विस प्रोवराइडर को लायसेंस जारी किये गये हैं। पंजीयन प्रक्रिया के वैधानिक पहलू को देखते हुए कुछ दिन तक दस्तावेजों का पंजीयन कार्य पहले की तरह मेन्युअल तरीके से भी किया जायेगा। सभी पायलट जिलों में प्रतिदिन पंजीकृत होने वाले दस्तावेजों में से कुछ दस्तावेज ई-पंजीयन के माध्यम से भी पंजीकृत किये जायेंगे। वर्ष के अंत तक प्रदेश के सभी जिलों में यह परियोजना लागू किया जाना प्रस्तावित है।

इस व्यवस्था के लागू होने से सम्पत्ति दस्तावेज के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया घर बैठे ऑनलाइन शुरू की जा सकेगी। इस व्यवस्था को लागू करने के लिये पिछले माह भोपाल में एक ओरिएंटेशन वर्कशॉप में इन जिलों के कलेक्टर, पंजीयक, कोषालय अधिकारी, बैंक प्रतिनिधि और चार्टर्ड एकाउन्टेंट्स सहित सभी संबंधित अधिकारियों तथा कर्मचारियों को इस व्यवस्था की बारीकियाँ समझाई गईं।

ई-पंजीयन व्यवस्था लागू हो जाने से पंजीकृत दस्तावेज पब्लिक सर्च के लिए आसानी से उपलब्ध होंगे। एक ही सम्पत्ति अनेक लोगों को नहीं बेची जा सकेगी, ई-स्टाम्पिंग के कारण स्टाम्पों की कमी और फर्जीवाड़े को रोका जा सकेगा और दलालों से मुक्ति मिलेगी। इससे विभाग के कार्य में पारदर्शिता आयेगी।

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