भोपाल, अगस्त 2014/ राज्य शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम लोगों को पहुँचाने एवं उनकी समस्याओं और शिकायतों के निराकरण के मकसद से शुरू की गई सी एम हेल्पलाइन सुविधा के कल गुरुवार को लोकार्पण के बाद भोपाल स्थित कॉल सेंटर पर लगभग 15 हजार से अधिक विभिन्न कॉल रिसीव किये गये हैं। आज एक अगस्त को शाम तक लगभग दस हजार कॉल रिसीव किये गये है। इससे यह तथ्य रेखांकित हुआ है कि इस सेवा के प्रति लोगों का रुझान और जिज्ञासा काफी अधिक है।
पिछली जनवरी 2014 से परीक्षण के तौर पर संचालित सी एम हेल्पलाइन में अभी तक रिसीव किये गये लगभग 12 लाख से अधिक फोन कॉल में से लगभग 85 फीसदी कॉल शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी चाहने के संबंध में थे। इससे स्पष्ट है कि आम जन योजनाओं – कार्यक्रमों, से लाभ उठाने की पात्रता और प्रक्रिया के बारे में जानने – समझने के लिए अधिक आतुर हैं। समस्याओं और शिकायतों को लेकर लोगों की जिज्ञासा कम है।
सी एम हेल्प लाइन 181 पर कॉल करने वाले नागरिक द्वारा राज्य शासन की योजना के बारे में जानकारी चाहने पर ऑपरेटर द्वारा विभाग का नाम पूछकर संबंधित विभाग की कम्प्यूटर पर दर्ज जानकारी में से चाही गई जानकारी, पात्रता एवं योजना से लाभ उठाने की प्रक्रिया से संबंधित नागरिक को सरल भाषा में अवगत करवाया जाता है। इसके लिए विशेष रूप से एक सॉफ्ट वेयर विकसित किया गया है। इस प्रकार राज्य शासन के जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बहु –उपयोगी “आगे आएँ लाभ उठाएँ ” पुस्तिका के प्रकाशन के बाद योजनाओं की समग्र जानकारी प्राप्त करने का एक और आसान जरिया सी एम हेल्पलाइन बन गई है । इस संबंध में और अधिक जानकारी के लिए वेब साइट – www.cmhelpline.mp.gov.in पर लॉग आन किया जा सकता है।
यह पूर्व में भी स्पष्ट किया गया है कि सी एम हेल्पलाइन में एक साथ 100 से अधिक कॉल रिसीव करने की व्यवस्था है । कल गुरुवार को हेल्पलाइन के लोकार्पण के बाद से 181 पर लाइन व्यस्त होने की जानकारी सुनाई दे रही है। एक साथ अनेक जगहों से अनेक लोगों द्वारा 181 डायल किये जाने की वजह से यह स्थिति निर्मित हुई है। इसमें जल्दी ही सुधार लाने के प्रयास जारी है। इस क्रम में लोगों द्वारा हेल्पलाइन पर अधिक कॉल को देखते हुए इसकी क्षमता शीघ्र बढ़ाने की कोशिशें जारी हैं।