भोपाल, मई 2013/ मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के 35वें स्थापना दिवस के अवसर पर पर्यटन तथा खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि पुरस्कार और सम्मान हमें और अच्छा काम करने की प्रेरणा देते हैं। सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश एक ऐसा प्रदेश है, जिसमें पर्यटन के विविध रंग हैं। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन-स्थलों पर पर्यटकों की सुविधाओं में विस्तार करने के उद्देश्य से लगभग 206 करोड़ रुपये के विकास कार्य किये जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन एस.पी.एस. परिहार तथा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में अनेक छुपी विरासत हैं, जिन्हें पर्यटन के मानचित्र पर लाना अत्यंत आवश्यक है। पर्यटन निगम के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश भारत में जल्द ही सबसे अच्छा पर्यटन प्रदेश होगा। इसके लिये चहुँमुखी प्रयास किये जा रहे हैं और परिणाम भी सुखद हैं।
राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष मोहन यादव ने कहा कि पर्यटन विभाग भारत की सभ्यता और संस्कृति से जुड़ा विभाग है। पर्यटन निगम ने अपनी महती भूमिका निभाते हुए देशभर में मध्यप्रदेश की एक अलग पहचान कायम की है।
निगम के प्रबन्ध संचालक राघवेन्द्र सिंह ने निगम के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि निगम के चौथे विज्ञापन को करीब 93 हजार हिट्स मिले हैं। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। भोपाल के आसपास के पर्यटन-स्थलों के विकास के लिये केन्द्र द्वारा 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं।