जबलपुर, अगस्त 2013/ ऐसा पहली बार होगा कि प्रदेश के आदिवासी बहुल अनूपपुर जिले के आदिवासी युवा व्यापारिक और औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। इन युवाओं को राज्य शासन द्वारा कौशल उन्नयन के विकास से स्वरोजगार से लगाने की नीति के अंतर्गत जरूरी प्रशिक्षण दिलवाया गया है।
अनुपूपुर जिले में जिला प्रशासन ने विभिन्न विकास विभाग में प्रशिक्षण मद में आने वाली राशि को संकलित कर स्कूल फॉर एडवांस ऑफ बेसिक एण्ड लाइवलीहुड कॉलेज (सबल) की स्थापना की गई है। इस प्रशिक्षण केन्द्र को सेना प्रशिक्षण अकादमी एवं पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों की तर्ज पर तैयार एवं सुसज्जित किया गया है। इसका उद्देश्य युवाओं को राष्ट्रीय प्रगति एवं अर्थ-व्यवस्था में सहभागी तथा व्यक्तिगत रूप से उन्नति के लिये सक्षम बनाना है, जिससे उन्हें रोजगार मिले और वे स्वयं के परिवार तथा समाज के सृजन में सकारात्मक भागीदारी निभाएँ।
प्रशिक्षण संस्थान में प्रथम बेच में 47 युवा को एक माह का सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण एसआईएस के माध्यम से संचालित किया गया। इसमें युवाओं को पेट्रोलिंग ड्यूटी, मेट ड्यूटी, सर्च कार्य, कम्पनियों में सामग्री की आवक-जावक, गेट-पास, वरिष्ठ व्यक्ति के आगमन पर उनका आचरण आदि के संबंध में प्रशिक्षित किया गया। पी.टी., योगा एवं ड्रिल प्रशिक्षण भी दिया गया।
प्रथम बेच के सभी 47 प्रशिक्षित युवा का चयन विभिन्न उद्योग संस्थान में किया गया। इनमें 23 प्रशिक्षु रायपुर के तथा 24 प्रशिक्षु रायगढ़ के व्यापारिक संस्थान में चयनित किये गये हैं। पाँच प्रशिक्षणार्थी अजय कुमार शर्मा, आमेकर धुर्वे, अंगद कुमार, ललित कुमार एवं धनीराम गाँधी को उत्कृष्टता पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।