भोपाल, जून 2013/ संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन में उर्दू रचनाकारों को सम्मानित किया। मध्यप्रदेश में यह पहला मौका है जब प्रदेश के विभिन्न शहर के रचनाकार एक साथ सम्मानित किये गये। श्री शर्मा ने कहा कि अभावग्रस्त साहित्यकारों की पेंशन दोगुनी करने का प्रस्ताव बनाया गया है। शिखर सम्मान प्रतिवर्ष दिया जायेगा। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् भोपाल के अल्लामा इक़बाल साहित्य प्रभाग द्वारा अल्लामा इक़बाल की याद में प्रदेश के उर्दू रचनाकारों का सम्मान समारोह किया गया।

संस्कृति मंत्री ने कहा कि आज सम्मानित सभी रचनाकारों की एक-एक रचना का संग्रह प्रकाशित करवाया जायेगा। प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक उम्र के 66 उर्दू रचनाकारों को पेंशन दी जा रही है। प्रतिवर्ष रचनाकारों को सम्मानित किया जायेगा। साहित्यकारों की पंचायत बुलाने पर भी विचार किया जायेगा।

सभी जिलों का बनेगा साहित्यिक गजेटियर

साहित्य अकादमी के निदेशक प्रो. त्रिभुवननाथ शुक्ल ने बताया कि सभी जिलों का साहित्यिक गजेटियर तैयार करवाया जा रहा है। इसमें जिले के साहित्य, कला और संस्कृति का पूरा विवरण होगा।

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