भोपाल, अक्टूबर 2015/ रीवा तथा सतना जिले के नगरपालिक तथा नगर पंचायतों से निकलने वाले कचरे से बिजली बनाने की एक कार्य-योजना बन गई है। एकत्रित कचरे का निष्पादन वैज्ञानिक तरीके से होगा। इसके साथ ही जैविक खाद भी बनेगी। संयंत्र स्थापित करने के लिए सतना जिले के रामपुर बघेलान में बाँधा गाँव की सीमा से बाहर करीब 50 एकड़ अनुपयोगी बंजर जमीन का चयन किया गया है। ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल की पहल पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग क्लस्टर बेस्ड योजना को अंतिम रूप दे रहा है।

वैज्ञानिक तरीके से होगा निष्पादन

ऊर्जा तथा जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने संयंत्र लगने वाले स्थल का निरीक्षण किया। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश को बिजली के मामले में आत्म-निर्भर बनाने की कड़ी में यह संयंत्र उपयोगी साबित होगा। संयंत्र के लिये बाँधा गाँव के बाहर इस चयनित भूमि में रीवा तथा सतना से कचरा लाया जायेगा। संयंत्र से कचरे से बिजली पैदा करने के साथ ही जैविक खाद का निर्माण भी होगा। साथ ही स्थानीय निकायों की स्वच्छता से जुड़े मिशन को भी कामयाबी मिलेगी।

श्री शुक्ल ने बताया कि वर्तमान में कार्य-योजना रीवा जिले में ग्राम कोष्टा में संचालित है, जिसके लिए 6.41 हेक्टेयर भूमि ही उपलब्ध है, जो वर्तमान प्रस्तावित योजना के लिये कम है। उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए ग्राम बाँधा जिला सतना में भूमि का चयन ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के लिये किया गया है। इसकी जल्दी ही सभी जरूरी कार्यवाही पूरी की जाकर संयंत्र स्थापित किया जायेगा।

ऊर्जा मंत्री शुक्ल ने बताया कि शासन स्तर पर कई स्थानों का कचरा संकलित कर क्लस्टर बेस्ड योजना बनाने की कार्य योजना के लिये एम.पी.यू.आई.टी. के सलाहकारों से फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनवाई जा रही है।

प्रमुख बिन्दु

कचरे से बिजली बनाने के लिए सतना जिले में संयंत्र स्थापित होगा।

50 एकड़ भूमि चिन्हित।

रीवा तथा सतना जिले के कचरे से बनेगी बिजली।

जैविक खाद भी बनेगी।

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