भोपाल, जून 2013/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राजधानी में भव्य और गरिमापूर्ण कार्यक्रम में लंदन ऑलम्पिक 2012 के रजत पदक विजेताओं को एक-एक करोड़ रूपये और कांस्य पदक विजेताओं को 50-50 लाख रूपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि खेल बजट को बढ़ाकर 150 करोड़ किया गया है। जरूरत पड़ी तो इसे 300 करोड़ भी किया जायेगा। उत्कृष्ट खिलाड़ियों को शासकीय नौकरी दी जायेगी। स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुये उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं जो मनुष्य कर न सके। मैडल जीतना मुश्किल नहीं है इसके लिये कड़ी मेहनत, लगन और जीतने के जज्बे की जरूरत होती है। खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें ऑलम्पिक प्रतियोगिता में पदक जीतने के योग्य बनाने के लिये ‘‘मिशन ऑलम्पिक 2020’’ बनाया गया है।

सम्‍मानित होने वाले खिलाडि़यों में कुश्ती में ऑलम्पिक रजत पदक विजेता सुशील कुमार, शूटिंग में रजत विजेता विजय कुमार, शूटिंग के कांस्य विजेता गगन नारंग, कुश्ती के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त शामिल थे। इन खिलाडि़यों ने कहा कि मध्यप्रदेश में जितना सम्मान मिला है उतना कहीं और नहीं। जितनी अकादमियाँ मध्यप्रदेश में हैं दूसरे प्रदेशों में नहीं है। मिशन ऑलम्पिक 2020 से खिलाड़ियों की नई पीढ़ी को भरपूर लाभ होगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘‘मिशन ऑलम्पिक 2020’’ कार्य योजना का लोकार्पण किया। खेल राज्यमंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं को चुनने और निखारने के लिये ‘‘टेलेंट हंट’’ आयोजित किया गया है। प्रदेश की खेल अकादमियों में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ी पर 15 लाख रुपए हर साल खर्च किए जाते हैं।

समारोह में भावुक क्षण उपस्थित हुये जब मुख्यमंत्री ने मंच से देखा कि आमंत्रितों में श्री गगन नारंग की माताजी बैठी है तो उन्होंने आग्रह कर माताजी को मुख्य अतिथि बनाकर सम्मानित किया। संचालक खेल एवं युवा कल्याण शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। ऑलम्पिक कांस्य विजेता सुश्री एम.सी.मरीकॉम बॉक्सिंग और सुश्री सायना नेहवाल, बैडमिंटन को 50-50 लाख के नगद पुरस्कार दिया गया। ये दोनों खिलाड़ी व्यक्तिगत कारणों से समारोह में उपस्थित नहीं हो सके।

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