भोपाल, जनवरी 2013/ राज्यपाल राम नरेश यादव ने राजभवन में स्वामी विवेकानन्द की 150 वीं जयन्ती के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा है कि युवाओं को चरित्र निर्माण के साथ ही स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों और संदेशों को आत्मसात करते हुए देश और समाज के नव-निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लेना चाहिए। देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज के युवा को सही मार्ग दिखाने के लिए स्वामी विवेकानन्द और गांधी जी के सौहार्द एवं समाजिक सदभावना के मूल्यों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना होगा। नेहरू युवा केन्द्र संगठन मध्यप्रदेश द्वारा 12 जनवरी 2013 से पूरे प्रदेश में युवा सम्मेलन के अंतर्गत इस समारोह का आयोजन किया गया था।
राज्यपाल ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के क्षेत्र में युवा विशेष भूमिका निभा सकते हैं और उनकी असीम शक्ति विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रमों को नयी गति और दिशा प्रदान कर सकती है जो हमारे समाज और राष्ट्र की सामाजिक- आर्थिक दृष्टि से कायाकल्प कर सकते हैं। साम्प्रदायिकता और क्षेत्रवाद का मुकाबला करना हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है। स्वामी विवेकानन्द ने भारतीय संस्कृति और धर्म के कलेवर में नव चैतन्य का संचार किया था।
श्री यादव ने कहा कि विवेकानन्द जी युवाओं को सार्मथ्यशाली बनने का आव्हान करते थे। उन्होंने अपने अल्प जीवन में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र और प्रगतिशील समाज की परिकल्पना की थी। उनका कहना था कि कर्म, निरंतर कर्म और संघर्ष करो। पवित्र और नि:स्वार्थ बनने की कोशिश करो। काम क्रोध एवं लोभ इस त्रिविध बंधन से मुक्त होकर ईर्ष्या तथा अहंकार से बहुत दूर संगठित होकर दूसरों के लिए कार्य करने की आज आवश्यकता है।
समारोह के विशिष्ट अतिथि जागरण यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. अनूप स्वरूप ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने 1893 में शिकागो में युवा सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने सारगर्भित उद्बोधन से भारत की पताका लहराई थी। स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि मैं एक ऐसे देश का प्रतिनिधि हूँ जिसने सभी धर्मों, सम्प्रदायों और उत्पीड़ितों को आश्रय दिया है। जिस देश ने पूरे विश्व को सहिष्णुता और सद्भावना की शिक्षा दी। श्री स्वरूप ने कहा कि गांधी जी का कहना था कि हमारे देश के युवाओं का वास्तविक प्रतीक स्वामी विवेकानन्द ही हैं।
नेहरू युवा केन्द्र संगठन मध्यप्रदेश के जोनल डायरेक्टर अरूण कुमार सरावगी ने बताया कि प्रदेश के 48 जिलों में विवेकानन्द जयन्ती समारोह का आयोजन किया जाकर उनके संदेश को पहुँचाया जायेगा। संगठन के उप निदेशक दिनेश राय ने धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर कुमारी पूर्वी ने 1930 में लिखा गया वंदे-मातरम् गीत प्रस्तुत किया। राज्यपाल और अतिथियों को नेहरू युवा केन्द्र संगठन की ओर से स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये। कार्यक्रम में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री विनोद सेमवाल, नेहरू युवा केन्द्र के जिला प्रतिनिधि और राजभवन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।