भोपाल, अप्रैल 2013/ मध्यप्रदेश के मृगनयनी एम्पोरियम एवं प्रदर्शनी के माध्यम से वर्ष 2012-13 में लगभग 24 करोड़ रुपये के हथकरघा वस्त्र और शिल्पों की बिक्री हुई। यह वर्ष 2011-12 की तुलना में 5 करोड़ रुपये से अधिक है। उल्लेखनीय है कि एम्पोरियम के माध्यम से मध्यप्रदेश के शिल्पियों के उत्पादों का विक्रय किया जाता है।
मध्यप्रदेश के शिल्पियों और बुनकरों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिये अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के पूरे देश में कुल 22 एम्पोरियम हैं। इनमें से 10 प्रदेश के बाहर है। इनमें कालीकट, बैंगलुरू, चैन्नई, गोवा, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, जयपुर, नोएडा और कोलकाता शामिल है। मध्यप्रदेश के शिल्पों और वस्त्रों की माँग वाले शहरों दिल्ली, लखनऊ, नागपुर, कानपुर, चण्डीगढ़, हैदराबाद,तिरुअनंतपुरम और भुवनेश्वर में विक्रय के आयोजन किये जाते हैं। निगम द्वारा ग्वालियर और भोपाल में स्थायी हाट की व्यवस्था की गई है। इंदौर में शहरी हाट का निर्माण चल रहा है। पिछले साल भोपाल के जीटीबी काम्पलेक्स, बिट्टन मार्केट और गौहर महल तथा ग्वालियर, जयपुर, इंदौर, नोएडा तथा डोडी के मृगनयनी एम्पोरियम को नया स्वरूप देने के लिये रिनोवेशन करवाया गया। साथ ही अहमदाबाद में नया एम्पोरियम खोला गया।