भोपाल, जून 2013/ अत्यंत भावुक क्षणों में उत्तराखंड से 148 तीर्थ-यात्रियों का एक और जत्था मध्यप्रदेश शासन द्वारा उपलब्ध करवाये गये विशेष बोइंग विमान से भोपाल आया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भीषण प्राकृतिक आपदा झेलकर प्रदेश लौटे प्रत्येक तीर्थ-यात्री की यहाँ विमान तल पर आत्मीयता से गले लगाकर अगवानी की। माला पहनाकर बच्चों से बुजुर्गों तक हर एक तीर्थ-यात्री का स्वागत किया।
तीर्थ-यात्रियों का कहना था कि मुख्यमंत्री हो तो शिवराज जैसा। बुजुर्ग यात्रियों ने तहे-दिल से श्री चौहान को आशीर्वाद दिया। कुछ यात्री तो इतने भावुक थे कि उनकी अश्रुधारा बह रही थी। भोपाल की दुर्गा चौकी निवासी मंगला सिंह आठ दिनों तक भीषण आपदा में थी। उनका कहना था कि बड़ा दुखदायी समय था। मुख्यमंत्री ने मरते को सहारा दिया। रतलाम की लाखा बाई 9 लोगों के साथ गयी थी। आज सभी वापस आ गये। थकान चेहरे पर थी पर वापस आने की खुशी भी थी। सभी जोशी मठ में फँसे थे। बड़वेली के चैन सिंह तथा पवित्रा गुर्जर ने बताया कि 13 लोग गये थे वापस 11 ही आ पाये हैं। दो लोगों के बिछुड़ने का गम था। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने मदद कर दी तो निकल आये नहीं तो न जाने क्या होता। चंदेरी से गये सभी 23 यात्री विमान से लौटे, वे खुश थे।