ग्‍वालियर, दिसंबर 2012/ ग्वालियर जिले के ग्राम आरोन निवासी अनुसूचित-जाति के श्री पुरुषोत्तम शाक्य के घर जन्म के बाद कुनाल की सेहत गिरती जा रही थी। पुरुषोत्तम दम्पत्ति बेटे को डॉक्टर के पास ले गये। डॉक्टरी जाँच में कुनाल को जन्म से ह्रदय रोग से पीड़ित बताया गया।

पिता पुरुषोत्तम की माली हालत ऐसी नहीं थी कि वह बेटे के इलाज का भारी खर्च उठा सके। उन्होंने ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार’’ योजना का लाभ लेने के लिये बेटे की जाँच के कागजात सहित आवेदन दिया। सरकार द्वारा शीघ्र ही कुनाल को इलाज के लिये 55 हजार की राशि मंजूर कर सीधे एम्स, दिल्ली भेजी जा रही है, जहाँ कुनाल का इलाज होगा।

पुरुषोत्तम कहते हैं ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना’’ उनके जैसे परिवार के बच्चों के इलाज के लिए संजीवनी बन कर आयी है।

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