भोपाल, मई 2013/ नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि आदर्श समाज के निर्माण के लिये समाजवादी नेता मधु लिमये के विचारों को व्यावहारिक आचरण में उतारने की आवश्यकता है। ऐसा कर पाने के बाद ही हम भारतीय समाज के सभी वर्ग को सही मायने में एक सूत्र में बाँधने में कामयाब हो सकेंगे। श्री गौर प्रखर समाजवादी नेता मधु लिमये के जन्म-दिवस पर आयोजित स्मरण-संध्या को संबोधित कर रहे थे। स्मरण-संध्या का आयोजन समता ट्रस्ट, मध्यप्रदेश ने किया था।
श्री गौर ने समाजवादी नेता स्व. लिमये के साथ आपात काल के दौरान उनके साथ बिताए दिनों का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि महान व्यक्ति आम जनता के बीच में पैदा होता है। श्री लिमये ने हमेशा त्याग की राजनीति की। उन्होंने आपातकाल के विरोध में संसद से भी इस्तीफा दिया और जेल गये। श्री गौर ने देश में बढ़ते पूँजीवाद के प्रभाव पर भी चिंता व्यक्त की।
गोष्ठी को सर्वश्री कैलाश पंत, रघु ठाकुर, विजय बहादुर, लज्जाशंकर हरदेनिया, रमेश दवे ने भी संबोधित किया। संचालन श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने किया।