उज्जैन, जुलाई 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार ने भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं से प्रेरणा लेकर सामान्य-जन के सुझावों के आधार पर लोक-कल्याणकारी योजनाएँ बनाई हैं। भारत का सांस्कृतिक वैभव ही दुनिया को मार्गदर्शन देगा। श्री चौहान धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन और विशेष आरती में शामिल होने के बाद पुजारी और संत समाज द्वारा आयोजित आशीर्वाद महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रभात झा भी पूजा-अर्चना में शामिल हुए।
श्री चौहान ने कहा राज्य सरकार की योजनाएँ मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना या कन्यादान जैसी योजनाओं के मूल में भारतीय सोच और सांस्कृतिक मूल्य है। राज्य सरकार हमेशा धर्म के रास्ते पर चलते रहेगी। सरकार ने हमेशा लोगों के विवेक को सर्वाधिक महत्व दिया है और उनके सुझावों को प्राथमिकता दी है। भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव के विकास और परशुराम जयंती पर शासकीय अवकाश घोषित करने की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने सभी समुदायों की भावनाओं का ख्याल रखा है।
�Fe1����ine-height:115%’>, 27 करोड़ 50 लाख की लागत से नीलगंगा तालाब एवं सिंहस्थ पड़ाव स्थल, 99 करोड़ की लागत से हरिफाटक से बड़नगर-उज्जैन मार्ग आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री के.एल. अग्रवाल, सांसद प्रभात झा आदि नेता उपस्थित थे।