भोपाल, नवम्बर 2015/ काउंसिल ऑफ पावर यूटिलिटी ने 8वें इंडिया पावर अवार्ड 2015 के लिये मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड का चयन किया है। अवार्ड 400 केवी सतपुड़ा आष्टा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप यूपीपीपी ट्रांसमिशन परियोजना के लिये दिया जायेगा। कंपनी की ओर से 6 नवम्बर को नई दिल्ली में यह अवार्ड कंपनी के प्रबंध संचालक और डायरेक्टर टेक्निकल ग्रहण करेंगे।

रिमार्केबल प्रोजेक्ट्स अवार्ड 2015 के लिये चयनित 400 केवी सतपुड़ा आष्टा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यूपीपीपी ट्रांसमिशन परियोजना देश में अपने तरह की दूसरी परियोजना है। उन्होंने बताया कि यह परियोजना प्लानिंग कमीशन मॉडल पर आधारित है। इससे पूर्व इस मॉडल पर हरियाणा में एक परियोजना का क्रियान्वयन किया गया है।

सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी की 250-250 मेगावाट क्षमता की नई इकाइयों से उत्पादित होने वाली बिजली के पारेषण के लिए 400 केवी सतपुड़ा आष्टा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यूपीपीपी ट्रांसमिशन परियोजना का क्रियान्वयन किया गया है। डबल सर्किट की 400 केवी की यह परियोजना 240 किलोमीटर लंबी है। वन क्षेत्र, नदी, रेलवे क्रासिंग अति उच्च-दाब लाइनों के कारण जटिल मानी गई। इस परियोजना को सिर्फ 16 माह में पूर्ण कर लिया गया।

उल्लेखनीय है कि इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए पारेषण लाइन को 22.8 किलोमीटर वन परिक्षेत्र से गुजरते हुए तीन रेलवे क्रासिंग 26 अति उच्च-दाब पारेषण लाइनों और एक बार नदी को क्रास करना पड़ा है। परियोजना की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता इसका निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूर्ण होना है। इस वर्ष 7 अप्रैल को यह परियोजना क्रियाशील की गई। परियोजना का निर्माण कार्य पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप यूपीपीपी परियोजना में मेसर्स कल्पतरू ने किया है।

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