भोपाल, दिसंबर 2012/ गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय के स्थापना पर्व के शुभारंभ पर कविता पोस्टर प्रदर्शनी शब्द-रंग का उद्घाटन कर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने 5 सृजन-धर्मियों का सम्मान भी किया। स्थापना पर्व 26 से 30 दिसम्बर तक मनाया जायेगा।
गृह मंत्री ने कहा कि दुष्यंत जी की ग़ज़लों का उल्लेख कहीं न कहीं जरूर होता है। भोपाल की पहचान दुष्यंत कुमार के नाम से देश में ही नहीं, विदेश में भी है। संग्रहालय के विकास के लिये हर-संभव सहयोग करेंगे। साहित्यकार ही कठिन परिस्थितियों में भी समाज का मार्गदर्शन करता है।
गृह मंत्री ने ‘बसेरा’ उपन्यास पर श्री हरसुमन बिष्ट को रत्न-भारती पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार करवट संस्था द्वारा दिया गया। उन्होंने 5 वरिष्ठ साहित्यकारों श्री रमाकांत दुबे, श्री राजेन्द्र जोशी, श्री बटुक चतुर्वेदी, श्री महावीर सिंह और श्रीमती कमला सक्सेना को शाल-श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में श्री पुखराज मारू और साहित्यकार श्री रमाकांत दुबे ने भी विचार व्यक्त किये। स्थापना पर्व के दूसरे दिन 27 दिसम्बर को कवयित्री गोष्ठी होगी। तीसरा दिन व्यंग्य पर केन्द्रित होगा। चौथे दिन दुष्यंत कुमार की गज़लों की सांगीतिक प्रस्तुति होगी, इसमें गायक श्री जुल्फिकार अली दुष्यंत कुमार की चुनिंदा गज़लें प्रस्तुत करेंगे। पर्व के अंतिम दिन 30 दिसम्बर को मानस भवन में अलंकरण समारोह होगा।